पटना / कोलकाता। ईडी ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना और कोलकाता में छापेमारी की। तलाशी के दौरान करीब एक करोड़ नगद मिले, जबकि 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. बरामद दस्तावेज में बैंक खातों की संख्या और कमीशन की राशि आदि की जानकारी दर्ज है. इन साइबर ठग के पास से कई वीडियों भी बरामद हुए, जिसमें में ठगी के नए-नए तरीकों के बारे में जानकारी है. हालांकि इडी ने आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है.अभी इससे जुड़े मामले की जांच जारी है.
झारखंड बिहार सहित कई राज्यों में गिरोह का जाल
साइबर अपराधी गिरोह का जाल बिहार, पश्चिम बंगाल, यूपी, असम और झारखंड तक फैला हुआ है. पिछले दिनों पटना के बाकरगंज से नीतीश कुमार नाम के एक अपराधी को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उन्होंंने कई अपराधियों के नाम बताए, जिसके बाद इडी ने कोलकाता से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया. कोलकाता में छापेमारी के दौरान अपराधियों के पास से करीब एक करोड़ से अधिक नगद और दस्तावेज बरामद हुआ.
कमाई में सबका हिस्सा
अपराधियों से बरामद दस्तावेज के मुताबिक साइबर अपराधी, कॉरपोरेट की तरह से काम करते हैं. ठगी की कमाई में सबका कमीशन निर्धारित है. ठगी की शुरुआत, बैंक खाते का इस्तेमाल, पैसे की निकासी सहित अन्य कामों शामिल ठगों का निर्धारित कमीशन बना हुआ है. सबसे अधिक पैसे उसे मिलते है, जो ठगी के नए नए तरीके का इजाद करता है और कुछ दिनों के बाद उस तकनीकी को बदल देता है.