देवघर: जसीडीह-झाझा मुख्य रेल मार्ग पर एक महिला ने अपने दो बच्चों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। फिलहाल, मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। महिला की उम्र करीब 30 साल और एक बच्चे की उम्र आठ तो दूसरे की छह साल बताई जा रही है। घटनास्थल जसीडीह स्टेशन से करीब ढाई किमी दूर है। वहीं करीब 300 मीटर की दूरी पर गंगटी गांव है। शव को देखने से लग रहा है कि ये घटना सुबह की है। मृतका के हाथ पर अंग्रेजी में पीडीएमवाई लिखा हुआ है। महिला ने पीले रंग की साड़ी पहन रखी है। आठ साल के बालक ने लाल रंग का स्टेवर, चेकदार सर्ट, घी रंग का फुल पैंट और काला रंग का जूता पहने है। छोटे बच्चे ने नीले रंग का जिंस पैंट, ऊनी कपड़े का चेकदार सर्ट, भूरे रंग का गंजी पहनी है और वह नंगे पांव है। देखने से ये सभी ठीक-ठाक परिवार से लग रहे हैं।

बताया जा रहा है कि जब शव बरामद किया गया, उस वक्त एक बेटा अपनी मां से पूरी से तरह से चिपका हुआ था। बताया जाता है कि महिला ने अपने दोनों बच्चों को अपनी ऊनी चादर से पहले बांध लिया और फिर ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। एक बच्चा उसके शरीर से चिपका हुआ मिला,जबकि दूसरा छिटक कर दूर जा गिरा था। ऐसे में लगता है कि महिला ने अपने दोनों बच्चों के साथ ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी शनिवार सुबह करीब नौ बजे एक ट्रेन के चालक ने शवों को देखा। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद तत्काल जसीडीह रेल अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने पर जसीडीह आरपीएफ के एएसआई पी मंडल, ए विश्वास, जसीडीह थाना के एएसआई कुसो महतो आदि ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। शव को पटरी से हटाया गया।

पुलिस मरने वालों की पहचान करने प्रयास कर रही है। इस सिलसिले में आसपास के गांव और थानों से संपर्क किया जा रहा है। ऐसे अनुमान लगाया जा रहा है कि महिला घटनास्थल के आसपास की ही रहने वाली है।

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