देवघर: झारखंड राज्य दफा/चौकीदार पंचायत की एक आवश्यक बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रमंडल अध्यक्ष सिद्धेश्वर मिर्धा ने किया। इस बैठक में संथाल परगना के अन्य जिलों से जिला सचिव एवं अध्यक्ष गण उपस्थित रहे। इस बैठक में शामिल सभी सदस्यों ने कहा की देवघर जिले में एक लंबे समय से चौकीदार भाईयो को आवास भत्ता मुहैया नहीं कराया जाना अतिनिदंनीय है। जबकि झारखंड राज्य के सभी जिलों में आवास भत्ता मुहैया कराया जा रहा है।

इस संबंध में जिला उपायुक्त को कई बार पत्राचार किया जा चुका हैं। 20 अक्तूबर को भी देवघर जिला समाहरणालय के समक्ष उपस्थित होकर सभी चौकीदार भाईयो ने सरकार से अनुरोध किया था।

विभाग पर लगाया ये आरोप

  • जिले में अंचल नाजिर की शिथिलता और लापरवाही के कारण सेवा में कार्यरत चौकीदार की नियुक्ति के बीस साल होने के बाद भी एसीपी, एमएसीपी का लाभ नहीं मिल रहा है।
  • वेतन-वृद्धि नहीं किया जा रहा है।
  • देश में साइबर अपराध बढ़ रहे हैं। फिर भी देवघर जिले में प्राईवेट आदमी से चौकीदार का बिल बनवाया जाता है।
  • सेवा पुस्तिका सत्यापन करने हेतु प्रति चौकीदार 5000/हजार रुपए की मांग की जाती है।
  • एसीपी का लाभ दिलाने के नाम पर 50% रिश्वत की मांग की जा रही है।
  • सेवा निवृत्त होने वाले चौकीदार से तीन लाख रुपए रिश्वत लेने की बात सामने आई है।

पंचायत द्वारा जिला उपायुक्त से आग्रह किया गया कि इस विषय पर संज्ञान लेते हुए उचित माध्यम के तहत कार्रवाई करने की कृपा की जाय। देवघर अंचल में अंचल नाजिर के स्थान पर रतन कुमार मिश्रा, जिला नाजिर को प्रति नियुक्त किया जाय, ताकि सभी प्रकार से लंबित मामलों को निपटाया जा सके। सारठ अंचल में भी अंचल नाजिर का तबादला कर पूर्व अंचल नाजिर दुर्गा सोरेन को प्रतिनियुक्ति दिया जाय। इस संबंध में उपायुक्त से कहा की पंद्रह दिन के अंदर चौकीदार के साथ उचित न्याय नहीं मिला तो एक दिवसीय भुख प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

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