धनबाद। गोबिंदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सार्वजनिक शौचालय बनाये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ट्रामा सेंटर के लिए पूर्व में चयनित स्थान पर शौचालय निर्माण को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों में गहरा असंतोष है। इधर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एच रहमान ने इस मामले को लेकर उच्चाधिकारी को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। दरअसल जिला पंचायत की तरफ से करीब साढ़े नौ लाख रुपये की लागत से अस्पताल परिसर में सार्वजनिक शौचालय बनाने का काम शुरू हुआ है।

अस्पताल की जमीन पर बिना NOC सार्वजनिक शौचालय के लिए जारी काम

अस्पताल में परिसर में सार्वजनिक शौचालय निर्माण को लेकर विभागीय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, जिसे लेकर विभागीय स्तर पर भी नाराजगी देखी जा रही है। HPBL न्यूज से बात करते हुए स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी एच रहमान ने बताया कि उन्होंने इस मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। उनकी तरफ से जैसा निर्देश होगा, उसी के अनुरूप काम होगा। ये पूछे जाने पर किया गोबिंदपुर स्वास्थ्य केंद्र की तरफ से एनओसी दी गयी है, जवाब में उन्होंने कहा कि वो ऐसे मामलों के लिए अधिकृत नहीं हैं।

सीएचसी परिसर के अंदर किया गया शिलान्यास

इससे पहले सिविल सर्जन डा आलोक विश्वकर्मा भी शौचालय निर्माण को लेकर अपनी आपत्ति जता चुके हैं। उन्होंने अस्पताल परिसर में सार्वजनिक शौचालय निर्माण को अनुचित बताते हुए कहा था कि ये गलत है, इसे रोका जाना चाहिये। आपको बता दें कि गोबिंदपुर क्षेत्र में माडा के अधिकार क्षेत्र में काफी सारी जमीनें हैं, जहां शौचालय निर्माण कराया जा सकता था, लेकिन उन स्थानों को छोड़कर अस्पताल परिसर में शौचालय का निर्माण किया जाना समझ से परे हैं।

प्रभारी ने लिखित तौर पर विभाग को जानकारी भेजी है, तो देखना होगा कि शौचालय निर्माण के काम पर इसका क्या असर होता है। हालांकि स्वास्थ्य मामलों के जानकारों का भी कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र का परिसर काफा संवेदनशील क्षेत्र होता है, जहां स्वच्छता का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, अगर वहां शौचालय निर्माण होता है तो मरीजों के साथ-साथ काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी ये अनुचित हैं।

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