बोकारो: जिले के उत्तरी विस्थापित क्षेत्र घनघरी के 15 घरों को ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन लंबे समय से यहां रहने वाले लोगों को नोटिस दे रहा था। रेलवे और जिला प्रशासन की ओर से बुलडोजर यहां रहने वाले लोगों के घरों में चला है।

यहां लगभग 15 परिवार के लोग अब आसपास रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां बना लेंगे। सुबह के 7:00 बजे ही प्रशासन दल बल के साथ पहुंचे और यहां रहने वाले लोगों को कुछ देर का वक्त दिया कि घरों से कीमती सामान निकाल ले। यहां रहने वाले लोगों ने अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन प्रशासन ने कहा कि लंबे समय से आपको नोटिस दिया जा रहा है हम यहां नेगोशिएशन करने नहीं आए हैं। इसके बाद चार बुलडोजर ने मिलकर विस्थापितों के घरों को तोड़ दिया।

यहां रहने वाले लोगों ने इसका विरोध किया लेकिन प्रशासन के बुलडोजर नहीं रुके। बोकारो तुपकाडीह तलगढ़िया रेलवे लाइन दोहरीकरण में या छोटी सी बस्ती बाधक बन रही थी। इन घरों में रहने वाले लोगों को कई बार नोटिस दिया गया था।

प्रशासन आज पूरी तैयारी के साथ इस इलाके में पहुंचा था। ग्रामीणों घरों को तोड़े जाने का विरोध करते रहे, यहां के रहने वाले ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई लेकिन प्रशासन अपने साथ 200 से अधिक पुलिस लेकर पहुंचा था। प्रशासन यहां हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार था। गांव वालों कि एक ना चली और बुलडोजर से घरों को तोड़ दिया गया। अपने घरों में रहने वाले लोग अपने आंसू नहीं रोक सके। घर टूटने के बाद अपने समान समेट कर यहां के रहने वाले लोग किसी दूसरी जगह के लिए निकल गए।

इस गांव में रहने वाले लोगों ने बताया कि बोकारो स्टील के विस्थापित हैं। उन्हें अब तक उचित मुआवजा भी नहीं मिला। इस पूरी कार्रवाई में कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। जिसमें चास एसडीओपी, चास डीएसपी भी शामिल थे। यहां रहने वाले लोगों को अंदाजा नहीं था कि प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।

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