रांची । झारखंड के कारनामे भी निराले हैं, सुर्खियों में रखना ही इसकी पहचान है। कभी राजनीतिक समीकरण की उठा पटक तो कभी विभागों के कारनामे। कारनामे भी ऐसे की आला अधिकारी को अपने अधीनस्थ कर्मियों के जीवित और मृत के बारे भी मालूम नहीं। ताजा मामला स्वास्थ्य विभाग का है जहां मृत चिकित्सक के तबादला आदेश में स्वास्थ्य मंत्री से लेकर अपर मुख्य सचिव तक की स्वीकृति ले ली गई।

मृत अधिकारियों का कर दिया ट्रांसफर

दरअसल 31 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य पदाधिकारियों का बड़े पैमाने पर तबादला किया गया. जिसमें रांची के सिविल सर्जन सहित कई जिलों के चिकित्सा पदाधिकारी एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरित हुए. आश्चर्य की बात यह है कि वैसे भी पदाधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं.

अब डॉक्टर कृष्ण कुमार का ट्रांसफर पोस्टिंग वाली अधिसूचना पत्र में नाम आने के बाद कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. चतरा से लेकर रांची तक स्वास्थ्य महकमे में यह चर्चा का विषय बना है कि आखिर एक मृतक का ट्रांसफर कैसे हो सकता है. अधिसूचना को देखने से यही पता चलता है कि कृष्ण कुमार की मौत की जानकारी शायद विभाग को नहीं है. अब इस पर विभाग की तरफ क्या कुछ कदम उठाया जाएगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

जून में हो चुकी है मौतः 31 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए गए अधिसूचना पत्र में स्पष्ट लिखा हुआ है कि डॉक्टर कृष्ण कुमार को चतरा जिला के टंडवा से स्थांतरित करते हुए सिमडेगा के जलडेगा में पोस्टिंग किया जाता है. जबकि कृष्ण कुमार की मौत 23 जून 2023 को ही हो गई है. रांची में ही इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था.

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...