पटना। बीपीएससी शिक्षक अभ्यर्थी अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच बीपीएससी ने परिणाम जारी करने से पहले एक बड़ा फैसला लिया है। शिक्षक नियुक्ति परीक्षा 2.0 में भाषा (अर्हता) के अंक को शून्य कर दिया है। पहले ये अहर्ता 9 अंकों की रखी गयी थी। मतलब अगर भाषा विषय में कोई अगर पास नहीं भी करता है, तो उससे उसके परिणाम पर कोई असर नहीं होगा। बीपीएससी ने जानकारी दी है कि केवल वर्ग एक से पांच तक के भाग-एक भाषा अर्हता के अंक को मेधा सूची तैयार करने में उपयोग किया जाएगा।

खंड एक में 30 अंक भाषा के थे। यह क्वालीफाईंग था, जिसे बीपीएससी ने सोमवार को खत्म कर दिया। आयोग की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक वर्ग एक से पांच को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के विषयों की परीक्षा में भाग-1 भाषा (अर्हता) के अंक को समाप्त कर दिया है। केवल वर्ग एक से पांच के भाग-1 भाषा (अर्हता) के प्राप्तांक को मेधा सूची तैयार करने में प्रयोग किया जाएगा।

आपको बता दें कि द्वितीय चरण की शिक्षक नियुक्ति में अभ्यर्थियों को भाग-एक में भाषा के प्रश्नों में पास होना अनिवार्य था। इसमें 30 अंकों की परीक्षा ली गई थी। हर शिक्षक श्रेणी के अभ्यर्थियों को 150 प्रश्न वाली एक प्रश्नपुस्तिका दी गई, जो तीन अलग-अलग खंडों में बंटी थी। खंड दो में सामान्य अध्ययन के 40 प्रश्न और खंड तीन में विषय के 80 प्रश्न थे। इन दोनों खंड के 120 प्रश्न के अंकों के आधार पर मेधा सूची बनेगी।

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