रांची : झारखंड पुलिस में तीन हजार से अधिक जूनियर पुलिस अफसरों का तबादला 31 जनवरी तक पूरा कर लेना है। राज्य पुलिस में अबतक एक साथ इतने बड़े पैमाने पर कभी तबादले नहीं हुए हैं। राज्य में एक ही जिले में तीन साल से जमे पुलिस अफसरों का तबादला चुनाव आयोग के आदेश पर होना है।

ऐसे में इस आदेश के दायरे में साल 2018 बैच के दो हजार से अधिक दारोगा के साथ-साथ कुल तीन हजार से अधिक दारोगा व इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस पदाधिकारी शामिल हैं। इस हफ्ते तबादलों को लेकर बोर्ड की बैठक भी होनी है। राज्य पुलिस मुख्यालय के स्तर पर तबादलों की तैयारी पूरी कर ली गई है। वैसे पुलिस पदाधिकारी जो सीआईडी, पुलिस मुख्यालय, स्पेशल ब्रांच, एसीबी या जगुआर में हैं, उन्हें तबादले के दायरे के बाहर रखा जा सकता है। हालांकि इन ब्रांच में भी लंबे समय से पोस्टेड अफसरों को फील्ड में भेजा जा सकता है।

ट्रांसफर को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। वैसे पुलिस पदाधिकारी जो सीआईडी, पुलिस मुख्यालय, स्पेशल ब्रांच, एसीबी या जगुआर में हैं, उन्हें इस दायरे के बाहर रखा जा सकता है। हालांकि इसमें भी जो लंबे समय से पोस्टेड हैं उनको फील्ड में भेजा जा सकता है। तीन साल से जमे डीएसपी स्तर के अधिकारियों का भी तबादला होगा। वहीं डीएसपी रैंक में 93 नवप्रोन्नत हुए अफसरों की भी पोस्टिंग होनी है। राज्य सरकार के द्वारा 150 से अधिक डीएसपी की ट्रांसफर-पोस्टिंग की जानी है। वहीं, राज्य जुटान में तकरीबन दो दर्जन जगहों पर डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों का पद रिक्त है।

चुनाव प्रभावित नहीं कर पाएं पुलिसकर्मी इसलिए तबादला

चुनाव आयोग के पत्र के आलोक में राज्य के वैसे पदाधिकारियों का तबादला होना है जो एक ही जगहों पर तीन साल या उससे अधिक अवधि से जमे हैं। 30 जून 2024 को तीन साल पूरा होने की अवधि मानकर आयोग ने डेडलाइन तय की है। दरअसल लंबे समय से जमे पदाधिकारियों के द्वारा चुनाव प्रभावित करने की आशंका होती है, इसलि आयोग तीन साल या उससे अधिक अरसे से जमे अफसरों को हटाने का आदेश जारी कर चुका है।

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