सिपाही भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा: 10 साल बाद ऐसे हुआ खुलासा, दर्ज हुई FIR, बर्खास्तगी भी होगी
मेरठ। सिपाही भर्ती में बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस में कई अभ्यर्थियों ने फर्जी जन्मतिथि के आधार पर सिपाही की नौकरी हासिल की है। अब इस मामले में शिकायत सही पाये जाने के बाद मामला दर्ज किया गया है, वहीं संबंधित सिपाहियों को बर्खास्त करने की भी तैयारी की जा रही है। दो जवानों पर फर्जी तरीके से नौकरी पाने की शिकायत हुई है, उसमें लक्ष्मीकांत और सोनू सैनी शामिल है।
शिकायत के मुताबिक सिपाही सीधी परीक्षा में उम्र छिपाकर कई सिपाही चयनित हुए थे। इनमें से दो की जांच की गयी, जांच सही पाये जाने पर दो सिपाहियों पर हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों मामले मेरठ जिले से संबंधित हैं। जिन जिलों में सिपाहियों की तैनाती थीं वहां पर भी भर्ती बोर्ड की तरफ से रिपोर्ट भेज दी गई है।
शिकायत के मुताबिक मेरठ के गंगानगर निवासी लक्ष्मीकांत 2013 सिपाही भर्ती में चयनित हुआ था। 18 मार्च 2023 को विभाग में बुलंदशहर निवासी मोहनलाल ने शिकायत की कि लक्ष्मीकांत ने अपनी असल उम्र छिपाई। इसके लिए उसने दो बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा पास की।
जांच में सामने आया कि लक्ष्मीकांत की असल जन्म तिथि 30 जून 1984 है। उसने वर्ष 2000 में हाईस्कूल व 2002 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। जबकि भर्ती के दौरान उसने जो शक्षणिक दस्तावेज लगाए थे उसमें उसकी जन्मतिथि 10 जून 1995 दर्ज है। जिसमें हाईस्कूल वर्ष 2011 व इंटरमीडिएट 2013 में पास करने संबंधी दस्तावेज हैं।
वहीं फलावदा सरधना मेरठा निवासी सोनू सैनी की असली जन्मतिथि 25 मार्च 1985 है। उसने 2001 में हाईस्कूल व 2003 में इंटर किया था। पर, भर्ती के लिए उसने दोबारा वर्ष 2012 में हाईस्कूल व 2014 में इंटर किया। उसके बाद 2015 सिपाही सीधी भर्ती परीक्षा में शामिल होकर चयनित हो गया। इसकी शिकायत मेरठ निवासी राहुल कुमार ने की थी। विभागीय जांच में दोनों शिकायतें सही पाई गईं। पुख्ता साक्ष्य जुटाए। उसके बाद एसएसपी आलोक कुमार जायसवाल ने दोनों आरोपियों पर केस दर्ज कराया।