धनबाद । धनबाद में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की खुशी पर किसी की नजर तो नहीं लग गई? क्या शीर्ष 2211 से तबादला किए गए कर्मियों का स्थानांतरण रद्द तो नहीं होगा? करीब 12 वर्षो से वेतन की समस्या से जूझ रहे कर्मचारियों की मुस्कुराहट हमेशा के लिए फिर से छीन तो नहीं जाएगी ? क्या फिर से शीर्ष 2211 के कर्मी भुखमरी के शिकार होंगे ? क्या फिर से जिले के स्वास्थ्य कर्मी आंदोलन की राह पर तो नहीं जायेंगे? …..इन तमाम तरह की अटकलें धनबाद जिले के सिविल सर्जन कार्यालय के इर्द गिर्द घूम रही है। तमाम कर्मचारी संगठन पल पल की घटना पर नजर रखे हुए हैं। उम्मीद लगाई जा रही है ऐसी किसी भी हालत में कर्मचारियों का गुस्सा फूटेगा।

क्या है मामला

मालूम हो कि शीर्ष 2211 (परिवार कल्याण) अंतर्गत कार्य करने वाले कर्मी 12 वर्षों से भी लंबे समय से वेतन आदि की समस्या से जूझ रहे थे। न तो इन्हें समय पर वेतन मिल पाता था, ना ही उनके भविष्य निधि खाते में कटौती राशि को उनके खाते में जमा कराया जाता था। लिहाजा कर्मियों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले राशि में भी काफी कटौती हो जाती थी। कर्मचारी संगठन लगातार मांग कर रहे थे की शीर्ष 2211 अंतर्गत कार्यरत कर्मियों को शीर्ष 2210 में स्थानांतरित कर दिया जाए ताकि उनके वेतनादी का भुगतान समय पर हो सके।

कर्मचारियों की लगातार मांग को देखते हुए सारी प्रक्रिया अपनाते हुए पूर्व सिविल सर्जन श्याम किशोर ने शीर्ष 2211 अंतर्गत कर्मियों का स्थानांतरण 2210 में कर दिया। जिसके बाद कर्मियों ने इस फैसले का स्वागत किया क्योंकि अब उनको समय पर वेतन भुगतान की उम्मीद थी।

क्षेत्रीय उपनिदेशक ने लगाया है स्टे

hpbl.co.in को प्राप्त जानकारी के अनुसार, समूह में किए गए स्थानांतरण की जानकारी क्षेत्रीय उपनिदेशक हजारीबाग मिलने के बाद वर्तमान परिस्थिति में किसी भी कर्मियों का भुगतान नहीं करने का आदेश दिया है। मतलब साफ है कि उनके स्थानांतरण के बाद होने वाली अगली कार्रवाई पर क्षेत्रीय उपनिदेशक ने रोक लगाई है एवम संबंधित संचिका की मांग की है।

सरकारी आदेशानुसार किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए क्षेत्रीय उपनिदेशक संबंधित संचिका की मांग कर सकते हैं। जांच उपरांत वह आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दे सकते हैं। परंतु कर्मचारी और कर्मचारी संगठन को आशंका है कि इस आदेश का गलत अर्थ निकाल कर कहीं स्थानांतरण को रद्द करने की कारवाई तो नही हो रही।

कर्मचारी संगठन की आशंका

कर्मचारी संगठन को आशंका है कि इस स्टे आदेश की आड़ में कहीं स्थानांतरण रद्द करने संबंधी आदेश न निर्गत कर दिया जाए। पूर्व में भी सिविल सर्जन कार्यालय में आपसी मतभेद की बातें सामने आती रही हैं। कर्मचारियों को आशंका है कि कहीं इस मतभेद के का खामियाजा कर्मचारी को न भुगतना पड़े। इसको लेकर धनबाद के सभी कर्मचारी लामबंद है और किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए एकजुट है।

मालूम हो की कर्मचारी संगठन की मांग को देखते हुए ये तबादले किए गए है। जिसमें किसी तरह की आपत्ति दर्ज नहीं की गई। लिहाजा यदि ये तबादले रद्द कराने जैसी कारवाई की जाएगी तो कर्मचारी संगठन इसका विरोध करेगा। इसमें किसी भी तरह के फेरबदल करने से कर्मचारी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को विवश होंगे।

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