गढ़वा । फोटो मे दिख रहे बच्चे कहीं मौज मस्ती करते नहीं बल्कि इस भीषण गर्मी में पानी के बूंद बूंद को तरसते स्कूली बच्चे हैं जो चापानल से पानी निकालने की आस में मेहनत कर रहे है। पहले एक.. फिर दो… फिर तीन….. इस तरह कई बच्चे पानी की प्यास लगने पर हैंडपंप पर जमा हो रहे हैं पर प्रशासन की नजर इन मासूम बच्चों पर पड़ती भी है या नहीं ये कहना बहुत कठिन हैं। दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की वो सोच जो आज अधूरी रह गई परंतु झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को तमाम सुविधा के साथ जिस ऊंचाई पर वो ले जाना चाहते थे अब वो जिम्मेदारी वर्तमान समय में सत्ता पर बैठे उन तमाम मंत्री और विधायक की है और यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि भी।

भवनाथपुर प्रखण्ड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलपहाडी में पानी खरीद मध्याह्न भोजन बनाने का काम हो रहा है। वहीं अन्यत्र पानी पीने जाते बच्चों को अभद्र भाषा से शर्मसार होना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी प्रखंड प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलपहाड़ी में बीते दो माह से जल संकट की स्थिति बनी हुई है। विद्यालय की जलमीनार खराब है जबकि परिसर में अवस्थित हैंड पम्प से अथक प्रयास के बाद दो चार घूंट ही पानी निकलता है।प्रधानाध्यापक अखलाक अंसारी ने बताया कि मध्याह्न भोजन निर्माण करने हेतु पड़ोस के घर मे लगे समरसेबल से खरीद कर पानी मंगवाया जाता है।बच्चे गली में या किसी के घर पानी पीने जाते हैं तो उन्हें लोगो की अभद्र बातें सुननी पड़ती है।


प्रधानाध्यापक ने बताया कि बीते 31 मार्च को इस बाबत प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से लिखित शिकायत की गई थी किन्तु अभी तक कोई सामाधान नहीं हो पाया है।
इस संबंध में बीडीओ जयपाल महतो ने कि पूर्व में उक्त विद्यालय के चापाकल का मरम्मत कराया गया था।जल्द ही विद्यालय के पेयजल समस्या को दूर कर दी जाएगी।

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