रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपनी संवेदनशीलता के लिए हमेशा चर्चित रहते हैं। शनिवार को भी ऐसा कुछ हुआ, जिसने एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता की हर कोई चर्चा करने लगा है। दरअसल पढ़ाई के लिए एक स्टूडेंट ने मुख्यमंत्री से 1.50 लाख की मदद मांगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने उससे पूछा कि पढ़ाई के लिए अब तक पैसा कहां से लाया। जवाब में जब छात्र ने बताया कि उसने 80 हजार उधार लिया है और अभी प्रत्येक सेमेस्टर 50 हजार रूपये के हिसाब से 1.50 लाख की जरूरत है। तो, सुनते ही मुख्यमंत्री ने तीन सेमेस्टर की फीस का भुगतान तो एक मुश्त कराया ही, 80 हजार का उधारी भी चुकता करते हुए कुल 2.50 लाख रूपये दे दे दिये। दरअसल NIT स्टूटेंड को पढ़ाई के लिए कर्ज लेना पड़ रहा था, अब तक वो 80 हजार कर्ज ले चुका था, जबकि 1.50 लाख रूपये की अभी उसे और जरूरत थी। ऐसे में मुख्यमंत्री ने उस छात्र की इस कदर दिलदारी से मदद की, हर कोई मुख्यमंत्री का कायल हो गया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण कर्ज लेकर केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे मुनेश्वर के लिए सहायता राशि स्वीकृत कर ना सिर्फ उसे आर्थिक संबल दिया, बल्कि हर किसी को अपना कायल बना लिया। शनिवार शाम मुख्यमंत्री निवास पहुंचे कवर्धा जिले के ग्राम-नुनझापर निवासी बालक मुनेश्वर झारिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह एनआईटी इलाहाबाद में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। अभी वह छठवें सेमेस्टर में है। मुनेश्वर ने बताया कि उसके पिताजी खेती किसानी करते हैं और माता गृहिणी हैं।

पढ़ाई का खर्च बहुत ज़्यादा है, जिस वजह से वह अभी तक लगभग 80 हज़ार रुपये कर्ज ले चुका है। अभी तीन सेमेस्टर बचे हैं जिसके लिए प्रति सेमेस्टर उसे 50 हज़ार रुपये की आवश्यकता है। मुनेश्वर की समस्या को समझते हुए मुख्यमंत्री ने उसे तत्काल केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई और अब तक हो चुके कर्ज को चुकाने कुल ढाई लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने मुनेश्वर को आशीर्वाद देते हुए खूब मन लगा कर पढ़ाई करने कहा। मुख्यमंत्री से मिले इस आर्थिक सम्बल से मुनेश्वर का चेहरा खिल उठा और उसने मुख्यमंत्री का आभार जताया।

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