केकड़ी (राजस्थान) ।बुजुर्गों की सुविधा के लिए निर्वाचन आयोग ने होम वोटिंग की व्यवस्था की है। लेकिन राजस्थान में एक बुजुर्ग ने होम वोटिंग कराने गयी टीम को बैरंग लौटा दिया। दरअसल बुजुर्ग के पति ने मरने से पहले कहा था कि किसी भी कागज पर दस्तखत मत करना, नहीं तो जुल्म हो जायेगा। पति की इस बात को उसने गांठ बांध लिया और फिर चुनावी कागज पर अंगुठा लगाने से इनकार कर दिया। 91 साल की बुजुर्ग महिला को टीम ने समझाया, लेकिन बुजुर्ग नहीं मानी।

उनसे 15 अप्रैल को भी समझाइश की गई थी इसके बाद दोबारा से सोमवार को निर्वाचन आयोग की टीम पहुंची तो खाली हाथ लौटना पड़ा। महिला ने कहा- मेरे पति ने मरने से पहले कहा था किसी भी कागज पर हस्ताक्षर मत करना, जुलम हो जाएगा। मामला केकड़ी के खाती मोहल्ला का 22 अप्रैल का है।टीम के सदस्यों ने जब उन्हें बताया कि आजकल बुजुर्ग व्यक्ति घर बैठे वोट दे सकते है और वे उनकी वोटिंग करवाने आए है। इस पर वृद्धा ने कहा कि जिस तरह पिछली बार बेटे के साथ जाकर वोट दिया था।

उसी प्रकार इस बार भी वोट दे दूंगी। जिसको मेरा बेटा वोट देगा, उसी को मैं भी दूंगी। इसके बाद बेटी ने भी समझाया, लेकिन वह नहीं मानी।वृद्धा ने कहा कि यहां किसी तरह के कागज पर दस्तखत नहीं करूंगी। पति ने मरने से पहले किसी भी कागज पर दस्तखत करने से मना किया था। वो कहते थे कि दस्तखत मत करना वरना तेरे ऊपर जुलम हो जाएगा। मुझे 10 लोगों ने मना किया है कि दस्तखत कर दोगी तो जुल्म हो जाएगा।

मेरे तो एक ही भगवान हैं, मैं तो भगवान को वोट दूंगी। वृद्धा के मन में जमीन गंवाने का डर बैठा हुआ है। ऐसे में वह किसी भी दस्तावेज पर दस्तखत नहीं करती हैं। मामले में एसडीएम ने कहा कि मतदान के लिए आग्रह किया जा सकता है। निर्वाचन विभाग की टीम ने यहीं किया। लेकिन वृद्धा वोटिंग के लिए तैयार नहीं हुई। टीम ने वृद्धा से काफी समझाइश भी की, लेकिन वह वोटिंग के लिए तैयार नहीं हुई। आज दूसरा और अंतिम अवसर था। अब वह भी निकल चुका है। होम वोटिंग में असफल रहने वाले मतदाता से मतदान दिवस के दिन मतदान करवाने का प्रावधान नहीं है। ऐसे में वृद्धा को मतदान से वंचित रहना पड़ेगा।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...