नई दिल्ली। झारखंड में कांग्रेस विधायकों के आपसी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और मल्लिकार्जुन खड़गे की मुलाकात के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चा है कि दोनों की मुलाकात के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चंपई सरकार को आश्वस्त किया है कि जो भी बातें पार्टी स्तर पर आ रही है, उसे सुलझा लिया जायेगा। हालांकि मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने मीडिया में यही बातें कही, कि विधायकों की नाराजगी के मुद्दे पर खड़गे से कोई बातचीत नहीं हुई है।

कांग्रेस विधायकों की नाराजगी और उनकी दिल्ली में मौजूद होने पर झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को लेकर हमारी कोई बात नहीं हुई है। मुख्यमंत्री का कहना था कि यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है और कांग्रेस विधायक व कांग्रेस नेतृत्व आपस में यह चर्चा करेगा। आपको बता दें कि कांग्रेस के कई विधायक शनिवार रात से ही दिल्ली में मौजूद हैं। माना जा रहा है कि सभी अपनी अगली रणनीति बना रहे हैं।

इससे पहले रविवार दोपहर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात हुई थी। मुलाकात के दौरान दोनों काफी कांफिडेंट नजर आ रहे थे। सरकार गठन के बाद वो पहली बार दिल्ली आए थे। लिहाजा झामुमो की तरफ से इसे अनौपचारिक मुलाकात कहा जा रहा है। आपको बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार में कांग्रेस एक मुख्य सहयोगी दल है. जमीन घोटाले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार का गठन किया गया।

गौरतलब है कि झारखंड कांग्रेस के विधायक कांग्रेस आलाकमान से बात करने के लिए दिल्ली आए हुए हैं. कांग्रेस के यह विधायक झारखंड सरकार में अपना बेहतर प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना चाहते हैं. अपनी इसी मांग के साथ कांग्रेस विधायक आज पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात कर सकते हैं।

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