गिरीडीह । जब रक्षक ही भक्षक बन कर अपराध करे और कारवाई के डर से भागता फिरे तो पुलिस महकमे के लिए शर्मिंदगी है। ऐसा ही मामला गिरीडीह पुलिस का है जहां यौन शोषण का आरोपी एएसआई सतेन्द्र पासवान अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है. जमुआ पुलिस के आरोपी एएसआई को गिरफ्तार करने की सभी कोशिशें सफल नहीं हो पाई है. जबकि यौन शोषण का केस दर्ज हुए दो महीने हो चुके हैं. एएसआई पर आरोप लगने के बाद उसे सस्पेंड कर दिये जाने के अलावा अब तक कोई और कार्रवाई उसके खिलाफ नहीं हो पाई है.

आखिर इन 2 महीने में पुलिस का एक कर्मी खुद पुलिस की गिरफ्त से बाहर है तो पुलिस महकमे पर सवाल उठना लाजिमी है । अब तक गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं क्योंकि जब इसी तरह का एक मामला देवरी के पूर्व थानेदार के खिलाफ महिला थाना में दर्ज हुआ था तो मामला दर्ज होने के तत्काल बाद ही थानेदार की गिरफ्तारी हो गई थी लेकिन इस मामले में अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है. इस मामले में पीड़िता खुशबू देवी का आरोप है कि झूठे बहकावे में आकर उसका यौन शोषण किया गया क्योंकि आरोपी एएसआई सतेन्द्र पासवान ने खुद को अविवाहित बताया था.

क्या है आरोप

आखिरकार आरोप लगने के बाद से एएसआई गायब है जो अपने आप में एक सवाल है की यदि एएसआई पर इल्जाम झूठा है तो फिर गायब होने की वजह क्या है? पीड़िता महिला का आरोप है कि शादीशुदा और एक बेटी का बाप होने के बावजूद उसने ने केवल शादी की बल्कि कई बार उसका यौन शोषण भी किया.इस दौरान जब पीड़िता आरोपी एएसआई के बच्चे की मां बनी, तो अब एएसआई सतेन्द्र पासवान ने उसे साथ रखने से इंकार कर दिया.

पीड़िता इंसाफ पाने के लिए दर-दर भटक रही है. पीड़िता ने इस मामले की जानकारी एसपी से लेकर डीजीपी कर चुकी है लेकिन उसे न्याय नहीं मिल रहा है. पीड़िता का दावा है कि मामला सामने आने के बाद आरोपी एएसआई उसकी जान लेने की भी कोशिश कर चुका है. पीड़िता ने इस मामले में एक बार फिर से पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है.

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