अयोध्या स्टेशन पर GRP की चेकिंग में खुला बड़ा राज: पर्स से निकली 4 किलो अफीम, महिलाएं तस्करी में शामिल

अयोध्या स्टेशन पर GRP की चेकिंग में खुला बड़ा राज: पर्स से निकली 4 किलो अफीम, महिलाएं तस्करी में शामिल
अयोध्या। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की एक मामूली चेकिंग ने अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया। तीन संदिग्ध महिलाओं की तलाशी के दौरान जब उनके पर्स खोले गए, तो सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए। मुस्कुराते चेहरे और आत्मविश्वास से भरे कदमों के पीछे छिपी थी चार किलो अफीम, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 40 लाख रुपये आंकी गई है।
“ये तो पर्सनल आइटम है…” — जवाब ने बढ़ाई थी अफसरों की जिज्ञासा
घटना के मुताबिक, जीआरपी (Government Railway Police) की महिला कर्मियों द्वारा की जा रही नियमित जांच के दौरान तीन महिलाएं स्टेशन में दाखिल हुईं। जब उनसे पर्स दिखाने को कहा गया, तो उन्होंने कहा, “ये तो पर्सनल आइटम है।” लेकिन संदेह होने पर जब पर्स खोला गया, तो उसमें से अफीम के पैकेट बरामद हुए। इससे मौके पर हड़कंप मच गया।अयोध्या स्टेशन
असम से जुड़ा है तस्करी का तार
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान शमिना बीबी, मझुनी बेगम और अजुफा बेगम के रूप में हुई है, जो सभी असम के कामरूप जिले की निवासी हैं। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे ट्रेनों और बसों के माध्यम से अफीम की तस्करी करती हैं। इन्हें केवल स्थान और समय की जानकारी दी जाती है, लेकिन माल प्राप्त करने वाले का नाम या संपर्क कभी साझा नहीं किया जाता।
उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह असम से मादक पदार्थ लाकर उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों में सप्लाई करता है। गिरोह के सदस्य पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपना मार्ग और साधन बदलते रहते हैं।अयोध्या स्टेशन
STF और ANTF की संयुक्त कार्रवाई
इस कार्रवाई को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के सहयोग से अंजाम दिया गया। फिलहाल गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ जारी है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश के लिए टीमें विभिन्न राज्यों में रवाना की गई हैं।
पुलिस का अगला कदम
पुलिस अब इस नेटवर्क की पूरी जड़ तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। साथ ही, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर चेकिंग को और सख्त किया गया है। इसके अलावा, मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान भी तेज किए गए हैं।
GRP की सतर्कता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि छोटे से संदेह से भी बड़ा अपराध बेनकाब हो सकता है। अयोध्या में हुई यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक मजबूत संदेश है और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम।अयोध्या स्टेशन