Bengaluru Stampede: कर्नाटक क्रिकेट संघ के सचिव और कोषाध्यक्ष का इस्तीफा, हादसे की नैतिक जिम्मेदारी ली

बेंगलुरु। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए दर्दनाक भगदड़ हादसे के बाद अब कर्नाटक क्रिकेट संघ (KCA) के शीर्ष पदाधिकारियों ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
Bengaluru Stampede:सीएम के एक्शन के बाद बढ़ा दबाव
घटना के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने तुरंत सख्त रुख अपनाया था। गुरुवार रात पुलिस जब KCA के सचिव और कोषाध्यक्ष को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची, तो वे वहां मौजूद नहीं थे। इसके बाद से ही उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थीं, जो अब आधिकारिक तौर पर सामने आ गई हैं।
Bengaluru Stampede:KCA ने जारी किया प्रेस नोट
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कर्नाटक क्रिकेट संघ ने एक प्रेस नोट जारी किया। इसमें कहा गया:
“पिछले दो दिनों में हुई अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में हमारी भूमिका बहुत ही सीमित थी। लेकिन नैतिक जिम्मेदारी के कारण हम यह बताना चाहते हैं कि हमने 6 जून को KCA के अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।”
इस पत्र में दोनों अधिकारियों के हस्ताक्षर भी मौजूद थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह कोई आनन-फानन का फैसला नहीं था, बल्कि सोची-समझी नैतिक पहल थी।
Bengaluru Stampede:अब तक 4 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने अब तक RCB (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) के एक अधिकारी समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि यह भगदड़ अव्यवस्थित टिकट वितरण और भीड़ नियंत्रण की विफलता के कारण हुई थी।
Bengaluru Stampede:क्या हुआ था 4 जून को?
4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक बड़े क्रिकेट आयोजन को लेकर हजारों की संख्या में लोग टिकट लेने पहुंचे थे। भीड़ को नियंत्रित करने में सुरक्षा व्यवस्था नाकाम रही और अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग कुचलकर घायल हो गए और 11 लोगों की जान चली गई।
Bengaluru Stampede:आगे क्या?
राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, क्रिकेट संघ में इस हादसे का झटका अब प्रशासनिक स्तर पर भी महसूस किया जा रहा है।
यह घटना सिर्फ एक संगठनात्मक चूक नहीं, बल्कि मानव जीवन की कीमत पर हुई गंभीर लापरवाही है। इस्तीफों के बावजूद अब यह देखना होगा कि क्या इस हादसे से आने वाले आयोजनों में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।