रांची । MBBS की फर्जी डिग्री के जरिये झारखंड मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे दो मुन्ना भाईयों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें एक हजारीबाद और दूसरा कोडरमा से है। हजारीबाग के फर्जी डाक्टर का नाम उज्जवल सिन्हा और कोडरमा के फर्जी डाक्टर का नाम वेद प्रकाश द्विवेदी है। दोनों फर्जी डाक्टर तो बकायदा प्रैक्टिश भी कर रहे थे। काउंसिलिंग के दौरान रजिस्ट्रार को शक हुआ, तो उन्होंने इसका सत्यापन कराया। जिसमें दोनों की डिग्री फर्जी निकली। इसके बाद दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया।

रजिस्ट्रार के मुताबिक नेशनल मेडिकल काउंसिंल व स्टेट मेडिकल काउंसिल के आनलाइन पोर्टल में करीब एक माह पूर्व अप्लाई करने के बाद दोनों शनिवार को अपना सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन कराने आये थे। वेद प्रकाश ने महाराष्ट्र मेडिकल कालेज का मार्कशीट व सर्टिफिकेट दिखाया, तो वहीं उज्जवल ने नेशनल मेडिकल कालेज कर्नाटक का मार्कशीट सर्टिफिकेट दिखाया। पोर्टल में अप्लाई किये और आरिजनल सर्टिफिकेट में अंतर मिलने पर शक हुआ। दोनों से कड़ाई से पूछताछ में दोनों ने स्वीकारा की, दिनों फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले गिरोह के चंगुल में फंसे थे।

दोनों ने मेडिकल की ये डिग्री उन्ही शातिर गिरोह से ली थी। गिरोह के लोगों ने देनों से 10-10 लाख रूपये में ये डिग्री ली थी। पकड़ाये दोनों फर्जी डाक्टर में एक ने अंग्रेजी में बीए तो दूसरे ने समाजशात्र में ग्रेजुएशन किया है।  

दोनों फर्जी डाक्टरो ने फर्जी डिग्री के जरिये ओडिशा मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन भी करा लिया था। उसी रजिस्ट्रेशन के आधार दोनों झारखंड में प्रैक्टिश कर रहे थे। इधर, झारखंड मेडिकल काउंसिंल से रजिस्ट्रेशन की फिराक में थे। दोनो का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। खबर ये है कि इन दोनों किसी एमबीबीएस डाक्टर के नाम का भी उपयोग करने की कोशिश की।उज्ज्वल सिन्हा खुद को उज्जवाल दास बता रहा था, जबकि वेद प्रकाश द्विवेदी खुद को सिर्फ वेद प्रकाश बता रहा था।

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