कानपुर। कारोबारी की कार की सीट में छुपाये 12 किलो सोना को इनकम टैक्स ने बरामद किया है। देश भर में बुलियन बिजनैसमैन व रियल एस्टेट के कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग ने दबिश दी है। पिछले करीब तीन चार दिनों से कार्रवाई चल रही है। इस दौरान आईटी अफसरों ने 1500 करोड़ के फर्जी ट्रांजेक्शन को भी पकड़ा है। छापेमारी में अभी तक 8 करोड़ कैश और 70 किलो सोना-चांदी जब्त किया जा चुका है।

छापेमारी के दौरान 1500 करोड़ के फर्जी बिल भी इनकम टैक्स के हाथ लगे हैं। शनिवार दोपहर को टीम ने जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुलियन कारोबारी के घर में खड़ी कार को चेक किया तो सीट कवर फाड़ने के बाद 12 किलो सोना बरामद किया गया। कारोबारियों के ठिकानों से करोड़ों रुपये की ज्वैलरी व सोने की बिक्री में बड़े पैमाने पर कर चोरी का मामला सामने आया है। कर चोरी की रकम कितनी होगी अभी तक विभाग की तरफ से इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई है।

अधिकारियों का कहना है कि छापेमारी की कार्रवाई समाप्त होने के बाद बिक्री व खरीद के दस्तावेजों व कैश के ट्रांजेक्शन की पड़ताल के बाद सही स्थिति की जानकारी मिल सकेगी। चौंकाने वाली बात यह है कि बुलियन व्यापारी जिन लोगों के नाम पर फर्जी बेल काटकर ब्लैक का पैसा सफेद कर रहे थे, उसमें से एक ड्राइवर भी है. गाड़ी चलाने वाले के नाम से 200 करोड़ रुपए के जेवर खरीदे गए.

यही नहीं, गुजरात के अहमदाबाद में चल रहे छापे में सामने आया है कि राधामोहन पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स ने एक फर्जी कंपनी को 700 करोड़ के माल की बिक्री दिखाई. ऐसे ही हजारों करोड़ रुपए सफेद करके रियल एस्टेट में खापाए जा रहे थे.सूत्रों के मुताबिक, बुलियन व्यापारियों ने कुछ ऐसे लोगों के नाम सोना खरीदा जिनकी हैसियत ही नहीं है. दरअसल, इनकम टैक्स अधिकारियों को पता चला है कि देश में अवैध तरीके से सोने की तस्करी हुई है जिसे बुलियन कारोबारियों ने खरीदा है. ये कारोबारी सोने को कम दाम पर अन्य लोगों के पैन कार्ड और डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल कर खरीदते थे.

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