जामताड़ा। जामताड़ा के सैंकड़ों स्कूल में रविवार के बजाय शुक्रवार को स्कूल बंद करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। राज्य सरकार की तरफ से रिपोर्ट तलब किये जाने के बाद अब मामले मं जामताड़ा DEO  अभय शंकर पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। दरअसल जानकारी ये है कि डीईओ को स्कूलों के नाम में ऊर्दू शब्द जोड़कर मनमर्जी तरीके से स्कूलों को शुक्रवार को बंद किये जाने की शिकायत लंबे समय से दी जा रही थी। लेकिन डीईओ का रूख इस मामले में ढुलमूल दिख रहा था। आपको बता दें कि इस मामले को HPBL न्यूज ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

मंत्री की बैठक में भी प्रखंड समन्वयक ने पूरे मामले को लेकर जानकारी दी है कि उन्होंने इस मामले में डीईओ को कई दफा शिकायत की थी। प्रखंड समन्वयक ने संबंधित स्कूलों को प्रधानाध्यापकों और प्रभारी शिक्षकों को शो काज भी पूछा था। इसकी भी जानकारी डीईओ को दी गयी थी, लेकिन डीईओ ने कोई कार्रवाई नहीं की।

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के समक्ष ही प्रखंड समन्वयक ने कहा कि गुरु गोष्ठी में भी इसकी जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गई थी। प्रखंड समन्वयक ने बताया कि उन्होंने अक्टूबर 2021 में इसकी शिकायत डीईओ को दी थी। इस साल 8 जुलाई को भी इसकी शिकायत डीईओ को दी गयी थी, बावजूद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गयी।

जामताड़ा के डीईओ अभय शंकर जिला शिक्षा अधिकारी के प्रभार में हैं। उनके अंडर में जिले में हर तरह का स्कूल है। आपको बता दें कि झारखंड के कई स्कूलों में मनमर्जी तरीके से नियम बनाये और तोड़े जा रहे हैं। पिछले दिनों स्कूलों में प्रार्थना को लेकर भी हाथ जोड़ने को लेकर विवाद सामने आया था। वहीं जामताड़ा के कई स्कूलों मं उर्दू शब्द जोड़कर रविवार के बजाय शुक्रवार को छुट्टी देने का स्वयमेंव फरमान जारी कर दिया गया। रविवार को राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जामताड़ा में स्कूलों के नाम बदले जाने तथा शुक्रवार को अवकाश दिए जाने के मामले की पूरी जानकारी अधिकारियों से ली। मंत्री को एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों के दबाव के कारण वे कुछ नहीं कर पा रहे थे। हालांकि उक्त अधिकारी ने विधायक का नाम नहीं लिया।

HPBL Desk

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