रांची। झारखंड का नया DGP कौन बनेगा ? ….पुलिस मुख्यालय में अब इसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गयी है। एक्सटेंशन पर चल रहे मौजूदा DGP नीरज सिन्हा का कार्यकाल वैसे तो 11 फरवरी 2023 तक है, लेकिन अभी से नामों के पैनल पर विचार होना शुरू हो गया है। चर्चा इस बात की भी है कि, क्या झारखंड में किसी सीनियर को ही DGP बनाया जायेगा या फिर फिर सुपरसीड कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने किसी चहेते को डीजीपी की कुर्सी पर बैठायेंगे। हालांकि ज्यादा उम्मीद इसी बात की है कि किसी सीनियर अफसर पर ही हेमंत सोरेन भरोसा जतायेंगे।

नये डीजीपी को लेकर गृह विभाग की तरफ से कार्रवाई शुरू ह गयी है। डीजीपी के रेस में शामिल अफसरों के सर्विस रिकार्ड और कार्यशैली को लेकर भी फाइलिंग हो रही है। इस महीने में सभी दावेदार आईपीएस की फाइल सीएम सचिवालय को भेज दी जायेगी। सीएम सचिवालय की तरफ से नामों पर विचार होगा और फिर राज्य सरकार की पैनल से 6 नामों को यूपीएससी को भेजा जायेगा। यूपीएससी को वर्तमान डीजीपी के कार्यकाल पूरा होने के चार महीने पहले छह सीनियर आइपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का प्रविधान है। यूपीएससी की चयन समिति पैनल में शामिल किए गए सभी छह आइपीएस अधिकारियों के दस साल के कार्यकाल का अध्ययन करती है 

तीन नामों में से किसी एक पर सरकार लगायेगी मुहर

राज्य सरकार के स्तर पर भेजे गये नामों पर समीक्षा होगी। उसमें जिन छह अधिकारियों के नामों पर सहमति बनेगी, उनके नाम यूपीएससी को भेजे जाएंगे। यूपीएससी को छह सीनियर आइपीएस अधिकारियों के पैनल से तीन नामों का चयन करना होगा। यूपीएससी में भी चयन समिति की बैठक होगी। यूपीएससी जिन तीन नामों का चयन करके राज्य सरकार को भेजेगी, उन्हीं तीन नामों में से किसी एक को डीजीपी बनाया जाएगा।

  1. सत्यनारायण प्रधान : 1988 बैच, सेंट्रल डिपुटेशन पर DG NDRF।
  2. अजय भटनागर : 1989 बैच, सेंट्रल डिपुटेशन पर संयुक्त निदेशक, सीबीआइ।
  3. अजय कुमार सिंह : 1989 बैच, जेएचपीसीएल अध्यक्ष सह डीजी एसीबी।
  4. अनुराग गुप्ता : 1990 बैच, डीजी प्रशिक्षण।
  5. अनिल पाल्टा : 1990 बैच, डीजी रेल।
  6. राजकुमार मल्लिक : 1992 बैच, एडीजी वायरलेस।
  7. प्रशांत सिंह : 1992 बैच, एडीजी जैप।

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