रांची। झारखंड में बजट सत्र 9 फरवरी से बुलाया गया था, लेकिन उससे पहले ही झारखंड की राजनीति में इतना उथल पुथल मचा कि मुख्यमंत्री भी बदल गये और बजट सत्र को भी टालना पड़ गया। अब वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट कब प्रस्तुत होगा, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। हालांकि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि फरवरी के आखिर तक में बजट प्रस्तुत हो जायेगा।

जानकारी के मुताबिक 20 फरवरी के बाद बजट सत्र आहूत किया जा सकता है। दरअसल 16 फरवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। मंत्रिमंडल का विस्तार और फिर विभागों के बंटवारे के बाद ही सत्र की अधिसूचना जारी होगी। हालांकि खबर है कि इस बार का बजट सत्र हर बार से संक्षिप्त होगा। 10 से 15 दिन का सत्र बुलाया जा सकता है। ऐसा इसलिए भी संभव दिख रहा है क्योंकि मार्च के पहले सप्ताह में आचार संहिता लागू हो सकती है।

16 फरवरी को शपथ ग्रहण
16 फरवरी को मंत्रियों के शपथग्रहण की नई तिथि निर्धारित की गई है। ऐसे में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा कि किन विधायकों को मंत्री बनाया जाना है। मामला अब दिल्ली शिफ्ट हो गया है। कांग्रेस के इरफान अंसारी समेत कई अन्य विधायक हेमंत सरकार के समय भी स्वयं को मंत्री बनाने के लिए संगठन पर दबाव डालते रहे हैं।इस बार भी वह इस मुद्दे पर खुलकर सामने आए हैं। झामुमो (Jharkhand Mukti Morcha) ने अपने मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं। इनमें ज्यादातर वही चेहरे हैं, जो हेमंत सरकार (Jharkhand Politics Hemant Soren) में थे। वहीं, कुछ नए चेहरों को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है।

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