रामगढ़। रामगढ़ की दिव्या के साथ UPSC की रिजल्ट में अजीबोगरीब वाकया हो गया। एक जैसे नाम की वजह से कंफ्यूजन इस कदर गहराया कि घरवाले, बाहरवाले, अधिकारी, राजनेता सब लोग भ्रमित हो गये। अब जब सच्चाई सामने आयी, तो पूरा परिवार शर्मिंदा है, वहीं खुद दिव्या भी काफी ज्यादा मायुस है। ये पूरा वाकया हुआ यूपीएससी में एक जैसे नाम की वजह से। हमनाम की वजह से रामगढ़ की दिव्या गलतफहमी का शिकार हो गयी।

दरअसल रामगढ़ के चित्तरपुर ब्लाक के राजरप्पा कालोनी की रहने वाली दिव्या पांडेय का यूपीएससी आल इंडिया में 323 रैंक का दावा किया गया था। यूपीएससी एग्जाम देने वाले दोस्तों ने भी कॉल कर बताया था कि उसकी 323वीं रैंक आयी है। इधर दिव्या के आल इंडिया रैंकिंग 323 आने की जानकारी जैसे हुई, परिवारवालों में खुशी की लहर फैल गयी।

इधर दिव्या के घर पर मीडिया का तांता लग गया। अखबार, टीवी सभी जगहों पर दिव्या की फोटो और इंटरव्यू छपी। वहीं, रामगढ़ जिले की कमिश्नर माधवी, सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के सीएमडी, राजरप्पा के जीएम सभी ने दिव्या को बुलाकर उसका सम्मान किया। ट्विटर पर भी दिव्या की तारीफ में काफी बातें लिखी गयी। दिव्या के साथ-साथ उसके पिता को भी सम्मानित किया गया।

CCL में क्रेन आपरेटर की बेटी के IAS बनने की खबर जिस किसी ने सुनी, उसने दिव्या की खूब तारीफ की। उधर घर में तो मानों मेला लग गया। मिठाईयां बांटी गयी, मेहमान भी पहुंचे और जश्न भी मनाया। लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही आयी। दरअसल यूपीएससी में 323वीं रैंक दिव्या पांडेय का नहीं, बल्कि तमिलनाडू की दिव्या पी का है। सरनेम की वजह से पूरा कन्फ्यूजन हुआ।

हुआ ये था कि दिव्या को दोस्तों ने बताया कि उसका UPSC में सेलेक्शन हो गया है और उसकी रैंकिंग 323वीं है। दिव्या ने दोस्तों की ही बातों पर विश्वास कर लिया। हालांकि उस वक्त परिवार के लोगों ने इंटरनेट पर रिजल्ट चेक करने की कोशिश की, लेकिन नेट पर रिजल्ट खुला नहीं, जिसके बाद दोस्तों की ही बातों पर भरोसा कर दिव्या जश्न में शरीक हो गये। अब यूपीएससी की रिजल्ट की सच्चाई आने के बाद घरवाले काफी निराश हैं। वहीं दिव्या भी काफी परेशान है। कल तक जो परिजन और पड़ोसी तारीफ कर रहे थे, वो भी अलग-अलग बातें कह रहे हैं।

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