हेल्थ टिप्स : नाश्ता दिन का सबसे जरूरी मील माना जाता है. घर के बड़े- बुजुर्ग से लेकर हेल्थ एक्सपर्ट, डॉक्टर, डायटिशियन सभी का मानना है कि सुबह के वक्त खाली पेट ज्यादा देर तक नहीं रहना चाहिए. इसके पीछे कई लॉजिक दिए गए हैं. जैसे- रातभर के गैप या कहें फास्ट के बाद या यूं कहें कि इतने घंटों के बाद आप दिन का पहला मील लेते हैं. तो ऐसे में यह पहला मील पोषक तत्व, प्रोटीन, हेल्दी फैट से भरपूर होना चाहिए.

अगर आप पोषक तत्व से भरपूर नाश्ता करेंगे तो आपको मेटाबॉलिज्म तेज होता है. इससे ब्लड में शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है. आप पूरे दिन एनर्जेटिक बने रहते हैं और एकाग्रता और कॉनसेन्ट्रेशन के साथ काम करते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं एक हेल्दी वजन मेंटेन करने में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आज ज्यादातर लोग अपना वजन कंट्रोल या मेंटेन में रखना चाहते हैं.

बात यह है कि आप नाश्ते में क्या जा रहे हैं और किस वक्त खा रहे हैं? जर्नल न्यूट्रिशन एंड मेटाबॉलिज्म में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी वक्त नाश्ता करना शरीर के लिए ठीक नहीं है. इससे आपकी पेट या पाचन क्रिया में गड़बड़ी मच सकती है. अनपच या पाचन प्रक्रिया में गड़बड़ी का कारण हो सकती है. इसमें शरीर में इंसुलिन में गडबड़ी हो सकती है. डिस्लिपिडेमिया, बिगड़ा हुआ ग्लूकोज और चयापचय सिंड्रोम और टाइप 2 मधुमेह, हृदय संबंधी बीमारी और मोटापे से संबंधित बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है.

रात के खाने के कितने घंटे बाद सुबह नाश्ता करना चाहिए?

नाश्ता करने का सबसे अच्छा समय उस समय के 12 घंटे बाद का है जब आपने पिछली शाम / रात को खाना खाया था. यह हर किसी के लिए काम करता है. 12 घंटे का अच्छा उपवास ज्यादातर लोगों के सबसे उपयुक्त होता है. शरीर को नींद उपवास के जरिए काफी समय तक आराम मिलता है. उपवास की अवधि को 14 या 16 या 18 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है या नहीं यह पूरी तरह से आपके शरीर के प्रकार और प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है. हर किसी के लिए 16 घंटे का उपवास जरूरी नहीं है जबकि 14 घंटे का उपवास काफी संख्या में लोगों के लिए टिकाऊ और फायदेमंद लग सकता है. अपने शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान देना. शरीर और दिमाग को लाभ पहुंचाता है.

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