रांची। अनुबंध कर्मचारियों को जल्द नियमितिकरण का तोहफा हेमंत सरकार देने की तैयारी है। राज्य सरकार ने इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन ने फिर कहा है कि राज्य सरकार में जितने भी अनुबंधित कर्मचारी है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार उनके बारे में विचार कर रही है।
दुमका की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अनुबंधित कर्मचारी चाहे वो कंप्यूटर आपरेटर हो, मनरेगा कर्मचारी हो, स्वास्थ्यकर्मी हो उन सभी के बारे में राज्य सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री दुमका में सर्वजन पेंशन कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि ….
यहां जितने भी कर्मचारी हैं, जितने भी अनुबंध पर हैं, जितने भी कांट्रेक्ट पर हैं, चाहे मनरेगा कर्मचारी हो, कंप्युटर आपरेटर हो, चाहे आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के मानदेय की बात हो, चाहे वो नर्स सब की बात हो या पुलिसकर्मियों की बात हो, आपलोग चिंता ना करें, हरेक वर्ग की समस्या का समाधान हम निकालकर रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने अनुबंधित कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी छंटनी नहीं होगी। उनकी नौकरी सुरक्षित रहेंगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि …
किसी भी कर्मचारी को नौकरी से बेदखल नहीं किया जायेगा। सभी को हम कहीं ना कहीं रोजगार से जोड़ेंगे। अभी कल परसों ही हमने निजी क्षेत्र में हमने लगभग 12 हजार लोगों को नौकरियां दी। ये नियमित नौकरी नहीं है, लेकिन उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए हमने रास्ता तैयार किया। निजी संस्थान में रहते-रहते जो कोई रेलवे में, जेपीएससी में, बैंक पीओ की तैयारी करेगा, उनकी भी तैयारी का पूरा खर्च राज्य सरकार उठायेगी, उसके लिए हम कानून लाने जा रहे है।
मुख्यमंत्री इस दौरान केंद्र सरकार पर भी हमला बोला। हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्यवासियों के लिए हमने केंद्र से गुहार लगायी, लेकिन उन्होंने हमारी बातों को नहीं सुना। अब राज्य ने खुद से सभी गरीब और असहाय लोगों के लिए पेंशन की व्यवस्था की है। अब प्रदेश में कोई बिना पेंशन के नहीं रह सकेगा।