शादी के बाद तलाक का होना एक खूबसूरत रिश्ते का दुखद अंत माना जाता है लेकिन यूपी के कानपुर में एक पिता ने अपनी बेटी के तलाक के मौके पर ढोल-बाजे बजवाए। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सामने आया है, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। दरअसल उर्वी नाम की लड़की की शादी चकेरी के आशीष के साथ हुई थी। दोनों की 5 साल की बेटी भी है लेकिन शादी के 8 साल बाद दोनों का तलाक हो गया। साथ ही आठ साल पहले शादी के बाद जिस चुनरी को ओढ़कर वह अपने ससुराल आई थी. उसे ससुराल के दरवाजे पर बांध आई. महिला के अनुसार ऐसा उसने समाज के सामने अपने पति की असलियत लाने के लिए किया. जब पढ़ी लिखी इंजीनियर महिला के साथ ऐसा सलूक हो सकता है, तो किसी कम पढ़ी लिखी साधारण महिला के साथ क्या होगा।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल जब उर्वी का तलाक हुआ तो उसके पिता धूमधाम से उसे ससुराल से वापस लाए। पिता अपनी बेटी को ससुराल से लेने के लिए ढोल-बाजे के साथ पहुंचे। बता दें कि उर्वी दिल्ली एयरपोर्ट पर काम करती हैं। दहेज की वजह से उर्वी को ससुराल में परेशानी उठानी पड़ी, जिसके बाद मामला तलाक तक पहुंच गया। उर्वी के पिता ने समाज से अपील की है कि कोई भी अपनी बेटी का साथ कभी ना छोड़े।

मिली जानकारी के अनुसार उर्वी नाम की एक महिला रामादेवी में अपने परिजनों के लेकर ससुराल पहुंची और अपने पति का सामान वापस करने के बाद उसके दरवाजे पर अपनी शादी वाली चुनरी को बांध दिया. 2016 में 8 साल पहले उसी चुनरी में दुल्हन बनकर वह अपने घर से विदा होकर ससुराल आई थी. इतना ही नहीं पूरे मोहल्ले में ढोल बाजे के साथ अपने परिजनों के साथ इस तरह विदा होकर अपने मायके आ गई.

ढोल बाजे के साथ ससुराल से विदा हुई उर्वी
इस मामले में पत्नी उर्वी का कहना है हर मां-बाप अपनी बेटी की शादी में अपनी जिंदगी का सब कुछ न्यौछावर कर देता है. लेकिन समाज में जो पढ़े लिखे इंजीनियर बनकर देश में अपना रुतबा बनाए रखते हैं. उनकी सोच भी कितनी निचले स्तर की है. यह दिखाना भी समाज को जरूरी है. ऐसे में मुझे यह साबित करना था कि जिस तरह मैं विदा होकर अपने मायके से ससुराल गई थी. उसी तरह उसे बेरहम ससुराल को छोड़कर अपने पिता के घर में के लौट रही हूं.
कानपुर के साकेत नगर में रहने वाले अनिल कुमार बीएसएनल में अधिकारी थे. उनकी एक ही बेटी उर्वी है उन्होंने बेटी को खूब पढ़ाया. इंजीनियर बनाया. इसके बाद उसकी पोस्टिंग दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर हो गई. इस दौरान 2016 में उन्होंने बेटी की शादी कानपुर के रामादेवी में रहने वाले आशीष से कर दी. उन्होंने धूमधाम से शादी की. शुरू में सबकुछ ठीक रहा. आशीष भी दिल्ली में इंजीनियर है.

बेटी होने के बाद पति करने लगा मारपीट
अनिल कुमार का कहना है कि सबकुछ ठीकठाक चल रहा था. तभी उनकी दुनिया बदल गई है, जब उर्वी को एक बेटी हो गई. पति आशीष को बेटी होना पसंद नहीं था. इसलिए उसने मेरी बेटी उर्वी को परेशान करना शुरू कर दिया. अनिल ने बताया कि मैंने बेटी के नाम से दिल्ली में एक फ्लैट कर दिया था. उसका पति उसे फ्लैट अपने नाम पर ट्रांसफर करने की जिद करने लगा.

मारपीट का केस दर्ज करने पर दे दिया तलाक
अनिल कुमार ने कहा कि आशीष उर्वी के साथ मारपीट भी करने लगा. इसके बाद दिल्ली में उसके खिलाफ मुकदमा कराया गया. फिर उसने मेरी बेटी को तलाक दे दिया और तय हुआ कि हम दोनों लोग एक दूसरे का सामान वापस कर देंगे, लेकिन उसने बेटी होने पर मेरी बेटी को बहुत परेशान किया था. इसलिए उसकी असलियत समाज के सामने लाना जरूरी था.

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