रांची: केंद्र द्वारा जारी यूडायस प्लस 2021-22 की रिपोर्ट में झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एक ओर जहां प्राइमिरी और प्री प्राइमिरी में बच्चों के दाखिले में काफी कमी आयी है, तो वहीं दूसरी तरफ बच्चों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या काफी कम है। यूडायस प्लस (Unified District Information System for Education) के आंकड़ों के मुताबिक झारखंड के स्कूलों में सेकेंड्री तथा हायर सेकेंड्री कक्षाओं में छात्रों की तुलना में शिक्षकों की उपलब्धता काफी कम है।
पूरे देश में अन्य राज्यों से तुलना करें तो (UDISE Plus 2021-22 Report) बिहार के बाद झारखंड की खराब स्थिति है। बिहार के स्कूलों में सेकेंडरी कक्षाओं में छात्र और शिक्षक अनुपात 55 है जबकि झारखंड में यह अनुपात 35 है। वहीं बिहार में हायर सेकेंड्री कक्षाओं की बात करें तो 63 बच्चों पर एक शिक्षक उपलब्ध है, जबकि झारखंड में 57 बच्चों पर एक शिक्षक उपलब्ध है।
कक्षा 2020-21 2021-22
प्राइमरी 30 29
अपर प्राइमरी 23 26
सेकेंड्री 33 35
हायर सेकेंड्री 55 57
आंकड़ों के मुताबिक प्री प्राइमरी तथा प्राइमरी कक्षाओं में नामांकन में कमी आई है। प्री प्राइमरी कक्षाओं में जहां लगभग 20 प्रतिशत नामांकन में कमी आई है, वहीं प्राइमरी में भी 1.64 प्रतिशत बच्चों का कम नामांकन हुआ। वर्ष 2020-21 में जहां प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक कुल 79,15,190 बच्चों का नामांकन हुआ था, वहीं इस बार 79,70,750 बच्चों का नामांकन हुआ। यह वृद्धि अपर प्राइमरी, सेकेंड्री तथा हायर सेकेंड्री कक्षाओं में इस बार अधिक नामांकन से हुई। वर्ष 2020-21 में भी इन कक्षाओं में नामांकन में वृद्धि हुई थी, जबकि प्री प्राइमरी कक्षा में नामांकन में 36 प्रतिशत तथा प्राइमरी में 2.12 प्रतिशत बच्चों का कम नामांकन हुआ था।
- कक्षा वर्ष 2020-21 2021-22
- प्री प्राइमरी 3,51,984 2,82,543
- प्राइमरी 38,03,579 37,40,909
- अपर प्राइमरी 20,55,203 21,14,309
- सेकेंड्री 10,01,965 10,89,069
- हायर सेकेंड्री 7,02,459 7,43,920
- ओवरआल 79,15,190 79,70,750