रांची: हजारीबाग और गुमला से लाए गए दो कैदी रांची के रिम्स से फरार हो गए। कैदियों को इलाज के लिए रिम्स लाया गया था। दोनों कैदी मौका मिलते ही ग्रिल तोड़ कर फरार हो गए हैं। अब पुलिस कैदियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। घटना रात लगभग 2 बजे के आसपास की बताई जा रही है।

ग्रिल तोड़कर फरार हुए कैदी

दोनों कैदियों ने ग्रिल तोड़ा और फरार हो गये। दो कैदियों में एक उग्रवादी शामिल है। पुलिस इस घटना के बाद कैदियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। जहां से कैदी फरार हुए हैं, वहां की ग्रिल कमजोर थी। कैदी उसे ही तोड़ कर फरार हुए हैं। फरार कैदियों में उग्रवादी अमित उरांव गुमला का रहने वाला बताया जाता है। हजारीबाग के कैदी का नाम मशरूर आलम खान बताया जा रहा है है। गुमला जेल से उग्रवादी अमित उरांव और हजारीबाग से मशरूर आलम खान को इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल लाया गया था।

डॉक्टर कर रहे थे इलाज

दोनों अपराधियों को एक साथ कैदी वार्ड में रखा गया था। यहीं इनका इलाज चल रहा था। मेडिसिन के डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे। उग्रवादी अमित को गुमला पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मशरूर आलम खान को हजारीबाग पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किया था।

पुलिस कर रही है छापेमारी

दोनों के फरार होने की सूचना गुमला और हजारीबाग पुलिस को दे दी गयी है। इस घटना के बाद रिम्स में कैदी वार्ड की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही उन पुलिसवालों पर भी कार्रवाई की तैयारी है, जो रिम्स के कैदी वार्ड की सुरक्षा में तैनात थे। अगर रिम्स के कैदी वार्ड का ग्रिल इतना कमजोर था कि उसे आसानी से तोड़कर भागा जा सकता था तो समय रहते इसे ठीक क्यों नहीं किया गया। पुलिस विभाग अब रिम्स में कैदी वार्ड की सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाने पर विचार कर रहा है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...