रांची। आधार कार्ड आज के वक्त में सबसे जरूरी दस्तावेज है। लेकिन वैसे लोग जिनकी अंगुलियां नहीं होती या फिर आंखें नहीं होती, उनके आधार कार्ड बनाने में दिक्कतें आ रही थी, लेकिन अब अंगुली और आइरिस बायोमेट्रिक्स, दोनों ही देने में असमर्थ व्यक्ति भी असाधारण नामांकन के तहत आधार नामांकन करा सकता है।

ऐसे व्यक्तियों के लिए नाम, लिंग, पता और जन्म तिथि/वर्ष को उपलब्ध बायोमेट्रिक्स के साथ दर्ज किया जाता है। वहीं, छूटे हुए बायोमेट्रिक्स को सॉफ्टवेयर में रेखांकित किया जाता है। दिशानिर्देशों में निर्दिष्ट तरीके से तस्वीर ली जाती है, जिससे अंगुलियों या आइरिस या दोनों की कमी को रेखांकित किया जा सके।आधार नामांकन केंद्र के पर्यवेक्षक को ऐसे नामांकन को असाधारण नामांकन के रूप में सत्यापित करना होता है।

इस प्रकार प्रत्येक पात्र व्यक्ति को बायोमेट्रिक्स प्रदान करने में किसी भी असमर्थता के बावजूद नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आधार नंबर जारी किया जा सकता है।सरकार ने शनिवार को कहा कि ‘आधार’ के लिए पात्र व्यक्ति उंगलियों के निशान (‘फिंगरप्रिंट’) उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में ‘आइरिस’ (आंखों की पुतली) स्कैन का उपयोग करके नामांकन कर सकता है। इसी तरह अगर किसी व्यक्ति की आंखों की पुतली को स्कैन नहीं किया जा सकता तो वह केवल अपने फिंगरप्रिंट का उपयोग करके आधार कार्ड बनवा सकता है।

अंगुली और आइरिस बायोमेट्रिक्स, दोनों ही देने में असमर्थ व्यक्ति भी असाधारण नामांकन के तहत आधार नामांकन करा सकता है। ऐसे व्यक्तियों के लिए नाम, लिंग, पता और जन्म तिथि/वर्ष को उपलब्ध बायोमेट्रिक्स के साथ दर्ज किया जाता है। वहीं, छूटे हुए बायोमेट्रिक्स को सॉफ्टवेयर में रेखांकित किया जाता है। दिशानिर्देशों में निर्दिष्ट तरीके से तस्वीर ली जाती है, जिससे अंगुलियों या आइरिस या दोनों की कमी को रेखांकित किया जा सके।

आधार नामांकन केंद्र के पर्यवेक्षक को ऐसे नामांकन को असाधारण नामांकन के रूप में सत्यापित करना होता है। इस प्रकार प्रत्येक पात्र व्यक्ति को बायोमेट्रिक्स प्रदान करने में किसी भी असमर्थता के बावजूद नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आधार नंबर जारी किया जा सकता है।

उंगलियों के निशान उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में आईरिस स्कैन का उपयोग करके आधार के लिए नामांकन किया जा सकता है. इतना ही नहीं जिन लोगों के पास दोनों नहीं है. उन्हें भी आधार कार्ड जारी किया जाएगा. यह बयान इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा केरल में एक महिला, जोसीमोल पी जोस के नामांकन को सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने के बाद आया है, जो आधार के लिए नामांकित नहीं हो सकी है, क्योंकि उसके पास उंगलियां नहीं थीं.

सरकार ने क्या कहा?

बयान में कहा गया है कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की एक टीम ने उसी दिन केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकम स्थित जोस के घर का दौरा किया और उसका आधार नंबर तैयार कर दिया है. चंद्रशेखर ने कहा कि सभी आधार सेवा केंद्रों को एक सलाह भेजी गई है, जिसमें निर्देश दिया गया है कि वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स लेकर जोस जैसे लोगों या धुंधली उंगलियों के निशान या इसी तरह की विकलांगता वाले अन्य लोगों को आधार जारी किया जाना चाहिए. एक व्यक्ति जो आधार के लिए पात्र है, लेकिन उंगलियों के निशान देने में असमर्थ है, वह केवल आईरिस स्कैन का उपयोग करके नामांकन कर सकता है. इसी तरह, एक पात्र व्यक्ति जिसकी आंखों की पुतलियों को किसी भी कारण से नहीं लिया जा सकता है, वह केवल अपने फिंगरप्रिंट का उपयोग करके नामांकन कर सकता है.

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