पटना। “जिस-जिस को आगे बढ़ाया, उसी ने धोखा दिया” विधायक दल की बैठक में अपने से मिले धोखे पर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दर्द छलक उठा। सोमवार की देर शाम विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार ने कई मुद्दों पर अपने विधायकों के साथ मुद्दे साझा किये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायकों को नसीहत दी, कि वो भाजपा की गिद्ध दृष्टि से सावधान रहें। उन्होंने कहाकि मणिपुर और महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी बीजेपी तोड़ने की कोशिश करेगी। मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को उपस्थित रहने को कहा।

चर्चा के दौरान ही मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, आरसीपी सिंह और उपेंद्र कुशवाहा का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी की कोई पार्टी थी क्या? उन्हें तो मैंने अपनी जगह पर मुख्यमंत्री बनाया। इसी तरह आज अपने को पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कह रहे आरसीपी सिंह को मैंने अपना पद दिया।

मुख्यमंत्री ने इस क्रम में उपेंद्र कुशवाहा की भी चर्चा आई।उन्होंने कहा कि आगे आप लोग जैसा कहेंगे, वैसा होगा। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी उम्र की चर्चा भी कर दी। इस पर ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि बार-बार 71 वर्ष होने की चर्चा नहीं कीजिए। आपको और आगे काम करना है।मुख्यमंत्री ने इस दौरान राजद के एमएलसी सुनील सिंह को पार्टी लाइन से हटकर बयान देने पर कड़ी नसीहत भी दी।

उन्होने कहा कि क्या आप भाजपा के टच में है, लोकसभा चुनाव आप क्या भाजपा से लड़ियेगा। आपको क्या लगता है बीजेपी टिकट दे देगी। सभी विधायकों को एकजुट रहने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी एकजुटता के साथ रहेगी, तो बेहतर नतीजा आयेगा। मुख्यमंत्री ने विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के भी निर्देश दिये।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...