रांची। गरमी की छुट्टी में मध्यमा और मदरसा बोर्ड परीक्षा आयोजित करने पर शिक्षक खफा हैं। झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ ने तीखा एतराज जताते हुए छुट्टी में काम करने के एवज में क्षतिपूरक अवकाश की मांग की है। झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव गंगा प्रसाद यादव ने बताया कि झारखंड अधिविध परिषद रांची की तरफ से गरमी की छुट्टी में 6 जून से 13जून तक मदरसा एवं मध्यमा बोर्ड की परीक्षा लेने का कार्यक्रम जारी किया गया है, ये कतई उचित नहीं है।

गंगा प्रसाद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि विभिन्न जिलों में ग्रीष्मावकाश 10जून तक घोषित है और इस बीच में परीक्षा लेना जैक की तानाशाही निर्णय है। कई शिक्षक /शिक्षिका चिकित्सा संबंधी कार्य से राज्य से बाहर इलाजरत हैं उन्हें परेशानी होगी। अन्य विभाग के कर्मियों को 33 उपार्जित अवकाश मिलता है जबकि शिक्षकों को वर्ष में मात्र 14 उपार्जित अवकाश मिलता है शेष के बदले इन्हे ग्रीष्मावकाश मिलता है। ग्रीष्मावकाश में कराए जाने वाले कार्य के बदले शिक्षकों को क्षतिपूरक अवकाश दी जाय। वहीं कई जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारीक्षतिपूरक अवकाश स्वीकृत करने में आनाकानी करते हैं जो निंदनीय है।

इस संबंध में जैक अध्यक्ष एवं सचिव को झारखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। नाराजगी जताने वालों में संघ के जिला अध्यक्ष शिवदत्त तिवारी, संगठन सचिव रुद्रनारायण यादव, जिला सचिव जय होरो, कोषाध्यक्ष उत्तम कुमार मण्डल,,उपाध्यक्ष गौतम सहाय,लक्ष्मी नारायण,प्रमोद सिंह चौधरी,विनोद कुमार सिंह,पीयूष दास,सँतोष मुखर्जी,विनोद कुमार,सुरेन्द्र तुरी,सुरेश मण्डल, बबलू महतो,रामशरण महतो,कुंदन सिंह, सहित कई संघीय पदाधिकारी शामिल हैं। ये जानकारी झारखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ,धनबाद के सचिव जय होरा ने दी है।

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