State employees got a gift on International Women’s Day: In the joy of getting child care leave, the employees met Kalpana Soren, wife of former CM Hemant Soren, and expressed gratitude.

Ranchi. झारखण्ड कैबिनेट द्वारा सरकारी कर्मियों खासकर महिला कर्मियों की बहुप्रतीक्षित मांग शिशु देखभाल अवकाश की स्वीकृति 5 मार्च को दिए जाने से सरकारी कर्मियों में अपार हर्ष का माहौल है। इस उपलक्ष्य में झारखण्ड ऑफिसर्स टीचर्स एंड एम्प्लॉयज फेडरेशन (JHAROTEF) के तत्वाधान में एक आभार रैली का आयोजन किया गया।

यह रैली पूरे गाजे बाजे के साथ अबीर गुलाल उड़ाते हुए मोरहाबादी मैदान रांची से शुरू होकझूठर पूर्व मुख्यमंत्री आवास, कांके पहुंची। आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन की पत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन द्वारा सभी महिला कर्मियों का स्वागत किया गया।

इस विशाल जनसमूह में jharotef की प्रांतीय कार्यकारिणी के साथ शिक्षा विभाग, पारामेडिकल सेवा, पुलिस सेवा, झारखंड सचिवालय सेवा, चिकित्सक संघ, पशु चिकित्सक संघ, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी संघ, भविष्य निधि सेवा, आई टी आई प्रशिक्षण अधिकारी, जनसेवक संघ, समाहरणालय संवर्ग, अवर वन सेवा, लिपिकीय संघ सहित दर्जनों सेवा संघो से करीब दो हजार महिला पुरुष कर्मी शामिल थे।

मातृ शक्तियों के समूह में सरायकेला से आईं एक महिला सात माह के नवजात शिशु के साथ, धनबाद की एक शिक्षिका जो कैंसर जैसे रोग से जूझ रहीं हैं तथा झारखंड राज्य सूचना आयोग की एक कर्मी जो वर्तमान में गर्भावस्था में है, जैसी दर्जनों महिलाएं विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी पहुंची थी।


इन सभी ने अबतक झारखण्ड सरकार द्वारा सरकारी कर्मियों की कई बड़ी मांगों यथा बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन, स्वास्थ्य संबंधी आकस्मिकता की स्थिति हेतु पांच लाख तक का कैशलेस इलाज और दो बच्चों तक के 18 वर्ष की आयु तक समय समय पर देखभाल हेतु जरूरी पड़ने वाला शिशु देखभाल अवकाश को पूरा करवाने के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री चंपाई सोरेन की सरकार जो श्री हेमन्त सोरेन के दूरदर्शी एवं कल्याणकारी सोच को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है, का धन्यवाद किया।

Jharotef के महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय एवं जिला पदाधिकारियों के साथ विभिन्न सेवा संघों की महिला पदाधिकारियों द्वारा पुष्प गुच्छ और पुष्पमाला से श्रीमती सोरेन का अभिवादन किया गया। इस अवसर पर श्रीमती कल्पना सोरेन का भी बहुत ही भावुक एवं आत्मीय स्वरूप दिखा। वे मंच छोड़कर कर्मियों के बीच जाकर बैठी और कई महिला कर्मियों की समस्याओं को जानने हेतु उनसे निजी संवाद भी किया।

अपने संबोधन में श्रीमती सोरेन ने एक नारी जीवन में आने वाली कई चुनौतियों, उनका सामना करने की पूर्ण क्षमता, उनकी दोहरी जिम्मेदारियों, उनकी आत्मिक एवं सहनशीलता की शक्ति, उन्हें अपनी मां एवं सासु मां से मिली प्रेरणा और चाइल्ड केयर जैसी सुविधा सरकारी के सिवाय निजी क्षेत्र की महिला कर्मियों के लिए भी आवश्यक बताया।

उन्होंने कहा कि आज पूर्व मुख्यमंत्री को साजिशन जेल में रखा गया है तब भी वे पूरी कोशिश करेंगी उनके सपनों का झारखंड कभी झुके नहीं और इसे साकार करने में जहां तक हो सके वे अपने पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करेंगी।

अंत में सभी लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अभिवादन किया और सरकार के इस मार्मिक दृष्टिकोण को सदा अपने हृदय में संजोए रखने का संकल्प लिया। सबों ने यह आश्वस्त किया कि हम सभी झारखण्ड राज्य और इसकी जनता की सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का पूर्ण प्रयत्न करेंगे।

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