नयी दिल्ली। लोन रिकवरी एक बड़ी चुनौती है। इससे हर बैंक परेशान है। समय समय पर बैंक की तरफ से लोन वसूली के लिए अलग-अलग तरीके अपनाये जाते हैं। इसी कड़ी में भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई (SBI) ने कर्जदारों, खासकर खुदरा ग्राहकों से समय पर मासिक किस्त (EMI) का पेमेंट सुनिश्चित करने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। एसबीआई मासिक किस्त के भुगतान में चूक वाले संभावित कर्जदारों को चॉकलेट्स (chocolates) भेज रहा है।
बैंक ने बयान में कहा कि भुगतान में चूक की योजना बना रहे कर्जदार बैंक द्वारा याद दिलाने के बाद भी कोई जवाब नहीं देते हैं। वह फोन नहीं उठाते हैं। ऐसे में उनके घर पर बिना उन्हें सूचित किए जाना एक अच्छा विकल्प है। खबर के मुताबिक, ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच खुदरा लोन डिस्ट्रीब्यूशन भी बढ़ रहा है।
ऐसे में यह कदम बेहतर कर्ज वसूली के मकसद से उठाया जा रहा है। एसबीआई का खुदरा लोन अलॉटमेंट जून, 2023 तिमाही में 16.46 प्रतिशत बढ़कर 12,04,279 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10,34,111 करोड़ रुपये था। बैंक का कुल लोन अकाउंट 13.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 33,03,731 करोड़ रुपये हो गया।
एसबीआई (SBI) में जोखिम, अनुपालन और दबाव वाली परिसंपत्तियों के प्रभारी प्रबंध निदेशक अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का इस्तेमाल करने वाली दो फिनटेक (वित्तीय-प्रौद्योगिकी) कंपनियों के साथ हम अपने खुदरा कर्जदारों को उनके लोन रीपेमेंट की जिम्मेदारी की याद दिलाने का एक नया तरीका अपना रहे हैं।
जहां एक कंपनी कर्जदार के साथ सुलह कर रही है, वहीं दूसरी कंपनी हमें कर्जदार की चूक करने के रुझान के बारे में अलर्ट कर रही है। उन्होंने कहा कि चॉकलेट का एक पैकेट ले जाने और व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने का यह नया तरीका अपनाया गया है क्योंकि यह पाया गया है कि चूक की योजना बना रहा उधारकर्ता बैंक से भुगतान (SBI loan default payment) करने की याद दिलाने वाले फोन कॉल का जवाब नहीं देगा।
तिवारी ने कहा कि सबसे अच्छा तरीका है कि आप बिना बताए कस्टमर के ही घर पर मिल उन्हें चौंका दें। तिवारी ने दोनों कंपनियों का नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि यह कदम अभी ट्रायल फेज में है और इसे लगभग 15 दिन पहले ही लागू किया गया है। अगर हम सफल होते हैं तो हम औपचारिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे।