DON Mukhtar ansari ki kahani: पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गयी है। पूर्वांचल की बात करें तो शायद ही कोई होगा जिसने मुख्तार अंसारी का नाम नहीं सुना होगा। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जन्मे मुख्तार अंसारी का एक समय बड़ा खौफ था। मुख्तार ने अपनी दबंगई और ताकत के बल पर करोड़ों का अवैध कारोबार खड़ा किया। एक दौर था, जब मुख्तार के बगैर पूर्वांचल का एक पत्ता भी नहीं खड़कता था। हर कारोबार में या तो मुख्तार का या फिर उसके गुर्गों का दखल होता था।

मुख्तार अंसारी और उसका गिरोह कोयला कारोबार, रेलवे का ठेका और मछली के अवैध कारोबार चलाते थे। एक समय उसका ऐसा डर था कि कोई भी उसकी मर्जी के बिना कोई ठेका या कारोबार यूपी के पूर्वांचल में कोई और नहीं कर सकता था।ये बात अलग है कि करोड़ों की संपत्ति को यूपी की योगी सरकार ने बुलडोजर चलवाकर जमींदोज भी कर दिया।

2017 में यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद मुख्तार अंसारी के वर्चस्व पर जबरदस्त एक्शन हुआ. अब तक मुख्तार की कुल 317 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है. यह कार्रवाई धारा 14(1) के तहत की गई है. इसके अलावा 287 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति ध्वस्त और कब्जामुक्त की गई है. यानी इन पर योगी सरकार का बुलडोजर चल चुका है. कुल जोड़ा जाए तो मुख्तार के करीब 605 करोड़ के काले कारोबार को ध्वस्त किया जा चुका है.

इसके अलावा गाजीपुर के पॉश इलाके महुआबाग में मुख्तार अंसारी की ओर से निर्माण कराए गए ग़ज़ल होटल को प्रशासन ने मास्टर प्लान की अनदेखी करने के आरोप में गिरा दिया था. मुख्तार के सहयोग से चलने वाले ठेके, टेंडरिंग और दूसरे अवैध धंधों पर भी पुलिस ने लगाम लगाया है. इससे मुख्तार गैंग को 215 करोड़ के नुकसान का अनुमान है.

मुख्तार अंसारी का दखल कोयले के कारोबार, अवैध रूप से बस और टैक्सी स्टैंड का संचालन, रेलवे और PWD की ठेकेदारी में भी था. मुख्तार अंसारी की कंस्ट्रक्शन फर्म ‘विकास कंस्ट्रक्शन’ पूर्वांचल के बड़े-बड़े ठेकों में दखल रखती थी. योगी सरकार ने मुख्तार के 2100 करोड़ रुपये के अवैध बिजनेस को बंद करवाया। इसके अलावा पुलिस लगातार उसकी बेनामी संपत्तियों की तलाश में जुटी है। उसकी 1200 करोड़ की प्रॉपर्टी में से करीब आधी 600 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी जब्त हो चुकी है।मुख्तार अंसारी पांच बार विधायक रहा है। उसने तीन बार जेल में रहकर चुनाव लड़ा और जीता भी। मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी भी अभी जेल में बंद है। और उसकी पत्नी अफशां अंसारी और छोटा बेटा उमर अंसारी अभी फरार हैं। इन पर भी कई केस दर्ज हैं।

मुख्तार के पास 18 करोड़ की कुल संपत्ति थी। जबकि 2017 विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे के अनुसार, उसके परिवार के पास 72 लाख रुपये से ज्यादा का सोना है। जबकि 20 करोड़ से ज्यादा की रियल एस्टेट प्रॉपर्टी है। वहीं बात करें बैंक डिपॉजिट और LIC की तो उसके पास कुल 22 करोड़ रुपये जमा हैं। मुख्तार अंसारी का नाता गाजीपुर के एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान से रहा है। मुख्तार के दादा कांग्रेस अध्यक्ष और स्वतंत्रता सेनानी थे। इस माफिया डॉन पर कई आपराधिक केस दर्ज हैं। मुख्तार की आपराधिक दुनिया के कई किस्से भी रहे हैं।

1996 में मऊ सदर सीट से मुख्तार अंसारी ने BSP के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की. इसके बाद इस सीट से मुख्तार लगातार पांच बार विधायक रहा. इसने दो बार बसपा, दो बार निर्दलीय और एक बार कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता. मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी वर्तमान में गाजीपुर से सांसद हैं. और 2024 के चुनाव में सपा के टिकट पर फिर से गाजीपुर से मैदान में हैं. मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी मऊ सदर से विधायक है. और भतीजा सुहेब उर्फ मन्नु अंसारी गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से विधायक है।

यूपी का पूर्वांचल एक समय मुख्तार अंसारी का गढ़ माना जाता था. उसके अपराधों की फेहरिस्त काफी लंबी है. उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक, देशभर में मुख्तार पर कुल 65 केस दर्ज हैं. जिसके कारण वह तकरीबन 19 साल तक जेल में बंद रहा.

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