रांची। झारखण्ड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 28 दिसंबर से मुख्यमंत्री आवास ” “घेरा डालो -डेरा डालो ” राज्य व्यापी कार्यक्रम के तहत अनिश्चितकालीन घेराव किया जाएगा, राज्य के सहायक अध्यापक मोहराबादी मैदान में एकत्रित होकर रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री आवास घेराव के लिए कूच करेंगें।

मालूम हो की विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य भर के पारा शिक्षक ने 19 दिसंबर को विधानसभा का घेराव किया था। वेतनमान की मांग पर आंदोलन कर रहे पारा शिक्षक को कई विधायक समर्थन देने आंदोलन स्थल तक पहुंचे थे। उसी दिन अगली रणनीति तैयार कर ली थी।अब अनिश्चितकालीन मुख्यमंत्री आवास का घेराव कार्यक्रम शुरू किया गया है।

ये है मांग

वेतनमान एवं राज्यकर्मी का दर्जा 

(1)झारखंड के तमाम सहायक अध्यापकों को बिना विलंब किए अल्पसंख्यक विद्यालय के तर्ज पर वेतनमान (9300—34800) एवं बिहार राज्य के तर्ज पर राज्यकर्मी का दर्जा प्रदान किया जाए.

(2) आकलन ( दक्षता परीक्षा) / सीटेट को टेट के समतुल्य लाभ देते हुए बिहार राज्य के समान वेतनमान एवं ग्रेड पे दिया जाए।

(3) माननीय दिवंगत शिक्षामंत्री के घोषणा अनुरूप एवं सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 लागू होने के उपरांत मृत सहायक अध्यापकों के आश्रित को प्रावधान को लचीला कर अनुकम्पा का लाभ एवं कल्याण कोष मे जमा 10 करोड़ से 5 लाख का सहयोग दिया जाए।

4.सहायक अध्यापकों के साथ न्याय करते हुए आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका की तरह सेवानिवृत्त 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया जाए।

(5) 2018 में पूर्व की सरकार के समय आंदोलन में सहायक अध्यापकों के ऊपर दर्ज मुकदमे को तत्काल वापस किया जाए ।

(6) दिवंगत शिक्षामंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो जी की घोषणा के अनुरूप EPF मार्च 2022 से तत्काल लागू किया जाए। (वर्तमान में EPF की फाइल माननीय वित्त मंत्री के पास विगत चार महीना से लंबित है)

(7) सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावाली 2021 मे संसोधन कर नगर निगम एवं शहरी क्षेत्र के सहायक अध्यापकों के लिए मानदेय में 4% वार्षिक वृद्धि हेतु स्पष्ट आदेश जारी करने के साथ समझौते के अनुसार सेवा-,पुस्तिका का संधारण एवं प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापको के अवकाश संबंधित स्वीकृति हेतु प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को अधिकूत किया जाए।

8. सूबे में जारी सहायक आचार्य शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में व्याप्त खामियों को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल प्रभाव से नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित किया जाए एवं 20 वर्षों से काम कर रहे सहायक अध्यापको को बहाल किया जाए।

आंदोलन को सफल बनाने में विनोद बिहारी महतो ,संजय दुबे, विनोद तिवारी ,सिद्दीक शेख ,ऋषिकेश पाठक प्रद्युमन सिंह, विकास कुमार चौधरी ,सुमन कुमार, निरंजन कुमार डे, सुशील कुमार पांडे ,बेलाल अहमद ,नेली लुकस, अभिलाष झा ,जया रानी को महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी गई है।

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