राँची – झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीक शेख, प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी एवं प्रधान सचिव सुमन कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लातेहार जिला में नियुक्ति के समय 18 वर्ष ना हो अव्यस्क ( undar age ) होने पर 31 सहायक अध्यापकों को सेवा से हटाने का विरोध किया गया है ।

      सरकार एवं विभाग द्वारा पारा शिक्षक के नियुक्ति के समय सूचना पत्र में किसी प्रकार का आयु सीमा संबंधी सूचना पत्र प्रकाशित नही किया गया था, फिर आज जब सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली मे समाहित होने पर आयु सीमा अव्यस्क ( undar age) के नाम से क्यों हटाया जा रहा है , ये तो अन्याय है। 

अधिकारीयों के कार्य में कोताही एवं अनुशासनहीनता का शिकार पारा शिक्षक नही बनेंगे। अधिकारी कोन से निंद्रा में थे, जब पारा शिक्षक सम्प्रति सहायक अध्यापक वर्ष 2002 से 2008 के नियुक्ति के बाद चार बार अपने अनुबन्ध के एकरारनामा का नवीनीकरण कराया , मगर अव्यस्क (undar age) के सवाल पर किसी को नही हटाया गया। दर्जनों बार अपने प्रमाण पत्रों जाँच के लिए विभाग में जमा करवाया गया, मगर प्रमाण पत्र की जाँच नही हो पाया, तो क्या सहायक अध्यापक दोषी हैं। दोषी अधिकारीयों पर कार्रवाई होने के बदले पारा शिक्षकों सम्प्रति सहायक अध्यापकों को हटाया जा रहा है। आज 20 वर्ष के सेवा उपरांत सेवा से हटाया जाना , कहीं से भी न्यायसंगत नही है।

झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ यथाशीघ्र बैठक कर तुगलकी फरमान एवं तानाशाही का विरोध किया जाएगा।

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