पटना। दिसंबर तक शादी के सिर्फ 38 मुहुर्त ही बचे हैं। 8 जुलाई को भड़ली नवमी पर शादी का आखिरी मुहूर्त है। 31 मई से जुलाई के आखिरी तक 24 दिन शादी का मुहूर्त है। इसके बाद चातुर्मास प्रारंभ हो जायेगा, जिसकी वजह से शादी और लगन बंद होजायेगा। जुलाई के बाद फिर नवंबर में शादी का मुहूर्त है, 26 नवंबर से शादी की मुहूर्त शुरू होने से पहले 140 दिनों का ब्रेक रहेगा। ज्योतिषों के मुताबिक 28 सितंबर को शुक्र तारा पूर्व में अस्त होगा और वो 26 नवंरब को पश्चिम दिशा में उदित होगा, तब उसी दिन से फिर से विवाह के मुहूर्त शुरू हो जायेंगे।

देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को है और इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है। लिहाजा इस दिन कुछ शादी के लगन जरूर हो सकते है, लेकिन अधिकांश लोग शुक्र के 26 नवंबर को उदित होने पर ही विवाह करेंगे। पंडितों का कहना है कि 26 नवंबर के बाद ही शादी शुभ होगा। मई से दिसंबर तक के मूहर्त में 7 दिन शादी का मुहूर्त काफी अच्छा है। इन शुभ तिथियों पर ही वर-वधु का सबसे ज्यादा जोर रहेगा।

इन 7 खास मुहूर्त की बात कें तो अचला एकादशी, भड़ली नवमी, गंगा दशहरा और देवउठनी एकादशी शामिल हैं। सबसे कम मुहूत् नवंबर में है। अगर शादी के मुहूर्त की बात करें तो इस साल अभी तक 50 शुभ मुहूर्त गुजर चुके हैं। जनवरी में 11, फरवरी में 12, अप्रैल में 9, मई में अब तक 18 दिन के मुहूर्त गुजर चुके हैं। मार्च में एक भी शादी का मुहूर्त नहीं था। अब आने वाले दिनों में 38 मुहूर्त ही बचे हैं।

साल के कुल 88 दिनों के मुहूर्त में से 50 शादी के मुहूर्त गुजर चुके हैं, जबकि 38 शादी के मुहूर्त अभी बचे हें। जून में 18 दिन के मुहूर्त हैं, जबकि नवंबर में शादी की सिर्फ तीन तिथियां ही है।

कब-कब है मुहूर्त
मई- 31 मई
जून – 1 जून, 5 से 17, फिर 21 से 23 और 26 जून
जुलाई- 2 जुलाई, 3 जुलाई, 5 जुलाई, 6 जुलाई, 8 जुलाई
नवंबर- 5 नवंबर, 26 से 28 नवंबर
दिसंबर- 1 से 4 दिसंबर, 7 से 9 दिसंबर और 13 से 15 दिसंबर

विवाद की विशेष तिथियां
8 जून महेश नवमी
9 जून गंगा दशहरा
10 जून निर्जला एकादशी
14 जून वट पूर्णिमा
3 जुलाई चतुर्थी
8 जुलाई भड़ली नवमी

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