रांची। CBI ने JPSC परीक्षा में गड़बड़ी मामले में चार्जशीट पेश कर दी है। न्यायाधीश पीके शर्मा की कोर्ट में जांच एजेंसी ने आरोप पत्र दायर किया, इसमें 39 लोगों को आरोपी बनाया गया है। दरअसल सीबीआई जेपीएसी में हुई भर्ती की जांच कर रही है। पहले और दूसरे जेपीएससी सिविल परीक्षा में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था। आलम ये था कि कई लोग बिना लिखे ही पास हो गये, तो कईयों ने गलत आंसर देकर भी नंबर पा लिये। इनमें से कई तो अधिकारी भी बन गये।
जेपीएससी घोटाले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा शुरू की गई लेकिन बाद में जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को दे दी गई। सीबीआई ने जेपीएससी प्रथम के 62 और सेकंड के 172 अधिकारियों की नियुक्ति की जांच शुरू की थी। 12 साल बाद अब इस मामले में चार्जशीट दायर की गयी है।

आपको बता दें कि JPSC का पहला रिजल्ट 2004 में और सेकंड का रिजल्ट 2008 में जारी हुआ था। दोनों नियुक्ति परीक्षा पर सवाल उठे थे। जिसके बाद सरकार ने निगरानी को जांच सौंपा और फिर हाईकोर्ट के निर्देश पर 2012 में प्रथम बैच के 20 अधिकारियों के वेतन पर रोक लगाते हुए सरकार को उनसे काम लेने पर रोक लगा दिया था। बाद में अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में हाई कोर्ट के द्वारा दिए गए सीबीआई जांच के आदेश को स्थगित करते हुए याचिकाकर्ता को काम पर रखने और वेतन देने का निर्देश दिया। इसके बाद सभी 20 अधिकारियों को पद पर बहाल रखा गया और जांच बंद हो गई, लेकिन साल 2017 में झारखंड सरकार ने फिर से सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर किया तो सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी तब से मामले की सीबीआई जांच जारी थी। अब इस मामले में चार्जशीट दायर की गयी है।

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