Nalin Soren Biography In Hindi: नलिन सोरेन को JMM ने प्रत्याशी बनाकर एक बार फिर HPBL.CO.IN की खबर पर मुहर लगा दी है। हमने अपनी खबरों में पहले ही बताया था कि झामुमो किसी नये प्रत्याशी को आजमाने के बजाय विधायकों पर ही दांव लगायेगी और ये खबर पुष्ट निकली। दुमका से झामुमो ने नलिन सोरेन को प्रत्याशी बनाया है, हालांकि चर्चा पूरजोर थी कि हेमंत सोरेन दुमका से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन पार्टी ने ऐन मौके पर अपनी रणनीति बदल ली।

JMM ने नलिन सोरेन को भरोसा जताया है। नलिन सोरेन का दुमका क्षेत्र में अपना अलग जनाधार है, लेकिन मोदी लहर से उनका ये जनाधार कितना मजबूती से मुकाबला कर पायेगा, ये तो 4 जून को पता चल पायेगा। लेकिन नलिन सोरेन को उतारकर JMM ने सीता सोरेन के सामने कड़ा प्रतिद्वद्वी जरूर खड़ा कर दिया है। नलिन सोरेन की बात करें तो वो लगातार सात बार दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए है। नलिन सोरेन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।

हालांकि पार्टी की तरफ से ये कहा जा रहा है कि नलिन सोरेन पहले से ही दुमका से दावेदार थे, मीडिया में तो बस हेमंत सोरेन का नाम मनगढंत तरीके से उछाला जा रहा था। वैसे देखा जाये तो सीता सोरेन के पाला बदलने के बाद सबसे ज्यादा नलिन सोरेन की मुखर थे। सीता सोरेन JMM छोड़ी थी तो नलिन सोरेन ने आरोप लगाया था कि क्षेत्र की जनता, संथाल की जनता नाराज है। सीता सोरेन ने अपने बीमार सास-ससुर को छोड़ दिया। वह अच्छी बहू नहीं है। संथाल समाज इस बात को अच्छी तरह समझता है।

सीता सोरेन के बीजेपी जॉइन करते ही नलिन सोरेन ने दुमका सीट पर जीत का दावा कर दिया था। उन्होंने कहा था हवा का रुख बदल गया है। नलिन सोरेन ने दावा किया था कि अगर मुझे मौका मिला तो मैं बीजेपी की सीता सोरेन को भारी मतों से हराऊंगा। राजनीति को करीब जाने वाले लोग बताते हें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से दुमका सीट के लिए नलिन सोरेन सबसे बेहतर प्रत्याशी थे।

सात बार से हैं विधायक है
नलिन सोरेन सात बार विधानसभा चुनाव लड़े और सातों बार जीते हैं। मतलब राजनीति में उनका स्ट्राइक रेट 100% का रहा है। नलिन सोरेन मधु कोड़ा कैबिनेट में कृषि मंत्री भी रह चुके हैं। दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए है। नलिन सोरेन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। नलिन सोरेन का जन्म 28 मार्च 1948 को शिवतल्ला, दुमका में हुआ था। 2018 में वो झारखंड विकास मोर्च के उम्मीदवार परितोष सोरेन को 24501 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए।

दुमका लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रहे शिबू सोरेन

जेएमएम के लिए दुमका लोकसभा क्षेत्र को काफी प्रतिष्ठा का सीट माना जाता है। इस सीट से जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन आठ पर चुनाव जीत चुके है। वर्ष 2019 के चुनाव में हार जाने के बाद शिबू सोरेन राज्यसभा में चले गए हैं। वहीं उम्र और स्वास्थ्य कारणों से इस बार शिबू सोरेन ने दुमका सीट से खुद चुनाव लड़ने की जगह पार्टी के वरिष्ठ नेता नलिन सोरेन को उम्मीदवार बनाया।

नलिन सोरेन दुमका जिले के काठीकुंड प्रखंड के मुख्य बाजार के रहने वाले है। नलिन एक बार भी चुनाव नहीं हारे हैं। उनकी पत्नी जॉयस बेसरा दुमका की जिला परिषद अध्यक्ष हैं।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...