रांची। झारखंड में जल्द ही जनजातीय भाषा के लिए शिक्षकों की भर्ती होगी। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने इस बाबत अधिकारियों को निर्देश दिया है। उन्होंने वरीष्ठ अधिकारियों की बैठक विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में ली, इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा विभाग की स्थिति की समीक्षा की गयी, इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों ने कहा कि सुदूर क्षेत्र में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उसी भाषा के शिक्षकों का होना बहुत जरूरी है। ताकि, बच्चे स्कूल और शिक्षकों के साथ जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
लिहाजा, स्कूलों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई स्कूलों में शीघ्र शुरू करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया। उन्होंने कहा कि जनजातीय भाषाओं को प्रोत्साहन देना राज्य सरकार का लक्ष्य है। इसलिए जल्द से जल्द जनजातीय भाषाओं के विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति की जाये।
आपको बता दें कि झारखंड ने इस बार बजट में भी सबसे ज्यादा राशि शिक्षा के लिए रखी है। इस बजट में प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा के लिए 12 हजार 314 करोड़ रुपए और उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए 2 हजार 411 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया है।

वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य के शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रावधान किया गया है। 80 उत्कृष्ट विद्यालय संचालित करने की बात कही गई है। 325 प्रखंड स्तरीय मिडिल स्कूल का संचालन अगले शैक्षणिक सत्र के लिए रखा गया है। राज्य सरकार सभी 325 प्रखंड स्तरीय विद्यालयों के संचालन शैक्षणिक सत्र 24-25 में प्रारंभ करने की योजना पर काम कर रही है।

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