रांची। झारखंड के 5 मंत्रियों पर शिकंजा कसने वाला है। राज्य सरकार ने बेहिसाब दौलत बटोरने वाले पांच मंत्रियों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिये हैं। इन सभी मंत्रियों की संपत्ति आश्चर्यजनक रूप से बढ़ गयी थी। रघुवर दास के मंत्रिमंडल में रहे अमर बाउरी, नीरा यादव, रंधीर कुमार सिंह, लुईस मरांडी और नीलकंठ मुंडा की संपत्ति की जांच अब एसीबी करेगी।

पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने भी इसी तरह बेहिसाब दौलत बटोरी थी, जिसके बाद उनकी एसीबी से जांच कराकर राज्य सरकार ने उन्हें जेल भेजा। प्रदेश के पूर्व मंत्रियों की इसी तरह काफी संपत्ति बढ़ी है। अमर बाउरी ने जब 2014 में हलफनामा दिया था, तो उस दौरान उन्होंने संपत्ति 7.33 लाख रूपये बतायी थी, जो कि 2019 के चुनाव में बढ़कर 89.41 लाख हो गयी। मतलब 82 लाख रूपये ज्यादा हो गयी, इस हिसाब से उनकी संपत्ति में 1120 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई।

वहीं रंधीर कुमार सिंह की संपत्ति में भी इसी तरह इजाफा हुआ है। साल 2014 में उन्होंने अपनी संपत्ति 78.92 लाख बतायी थी, जो 2019 में बढ़कर 5.06 करोड़ हो गयी। इस तरह उनकी संपत्ति में 4.27 करोड़ यानि 541 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की थी। वहीं शिक्षा मंत्री रही नीरा यादव ने 2014 में अपनी संपत्ति 80.59 लाख बतायी थी, जो 2019 में बढ़कर 3.65 करोड़ हो गयी। मतलब उनकी संपत्ति 2.85 करोड़ यानि 353 प्रतिशत बढ़ गयी।

उसी तरह से लुई मरांडी की संपत्ति 2014 में 2.25 करोड़ थी, जो बढ़कर 2019 में 9.06 करोड़ हो गयी। संपत्ति में 6.81 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई, यानि 303 प्रतिशत संपत्ति बढ़ गयी। उसी तरह से नीलकंठ मुंडा की संपत्ति 2014 में 1.46 करोड़ थी, जो 2019 में बढ़कर 4.35 करोड़ हो गयी। मतलब 2.89 करोड़ बढ़ी, जो 198 प्रतिशत है।

झारखंड हाईकोर्ट में दायर याचिका के आधार पर मुख्यमत्री ने जांच के आदेश दिये हैं। इन मंत्रियों की संपत्ति 200 से 1000 गुणा बढ़ी है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की चीफ सिकरेट्री राजबाला वर्मा और प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है।

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