रांची। पति हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन काफी सक्रिय है। वो आये दिन सोशल मीडिया के जरिये पार्टी और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाती दिख रही है। उन्होंने एक एक भावुक पोस्ट किया है, जिसकी काफी चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया अकाउंट्स एक्स हैंडल से उन्होंने हेमंत सोरेन को याद करती हुए पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा कि हेमंत सोरेन आज अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करने की हिम्मत के कारण जेल में बंद हैं।बाबा साहेब की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकारों को वसूल करना पड़ता है।

पत्नी कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल से अपनी बातें साझा करते हुए लिखा कि पिछले 24 दिनों से अन्यायपूर्ण कारावास का सामना कर रहे मेरे जीवन साथी हेमन्त सोरेन जी के संघर्ष को अनुभव कर मैं गौरवान्वित भी हूं, दुःखी भी हूं।

सोशल मीडिया में लिखी ये बातें…

पिछले 24 दिनों से अन्यायपूर्ण कारावास का सामना कर रहे मेरे जीवन साथी, हेमन्त सोरेन जी के संघर्ष को अनुभव कर मैं गौरवान्वित भी हूं, दुःखी भी हूं। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दृढ़ता और अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करने की उनकी हिम्मत के फलस्वरूप आज वो जेल में हैं। बाबा साहेब के शब्द “छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकारों को वसूल करना पड़ता है” ने हेमन्त जी को हमेशा प्रेरित किया है। राज्यवासियों की सेवा और उनके अधिकारों की रक्षा हेमन्त जी की पहली प्राथमिकता रही है। परिवार, मैं और बच्चे उनके लिए बाद में आते हैं। आदरणीय बाबा दिशोम गुरु जी के संघर्ष से हमें जो राज्य मिला, उसे संवारना और लोगों को हक़-अधिकार दिलाना ही उन्होंने अपना सर्वस्व माना। हेमन्त जी सामाजिक न्याय और अधिकार के लिए सदैव संघर्ष करते रहे हैं। अपने और अपने राज्यवासियों के अधिकारों को हासिल करने के उनके संकल्प, मुझे उनकी आवाज़ को और गति देने के लिए प्रेरित करता है। उनकी यह संघर्षशीलता हमें सिखाती भी है कि हक़-अधिकारों की रक्षा और उन्हें हासिल करना हमारा कर्तव्य है, न केवल अपने लिए, बल्कि समाज के उत्थान और समृद्धि के लिए भी। आज अन्याय के खिलाफ हेमन्त जी लड़ रहे हैं। आप सभी देश और झारखण्ड वासी जिस समर्पण के साथ उनके साथ खड़े हैं, उसके लिए मैं सभी की आभारी हूं। न्याय के लिए हमें यह लड़ाई मिलकर लड़ना है और लड़कर जीतना है।

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