पटना। डीजी शोभा ओहटकर पर गाली देने और प्रताड़ि‍त करने का आरोप लगाने वाले आइजी विकास वैभव और डीआइजी विनोद कुमार की अग्निशमन व होमगार्ड सर्विस से विदाई कर दी गई है।गृह विभाग ने सोमवार की शाम दोनों अधिकारियों को पद से हटाते हुए पुलिस मुख्यालय बुला लिया है। इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। आइजी विकास वैभव ने आठ फरवरी की रात ट्वीट कर डीजी पर गाली देने का आरोप लगाया था। हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था। इसके बाद डीजी शोभा ओहटकर ने उन्हें नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा था।

बाद में जवाब न मिलने पर गृह विभाग ने आइजी विकास वैभव से स्पष्टीकरण मांगा था।
इसके जवाब में आइजी विकास वैभव ने डीजी पर गाली देने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मेरा अब एक दिन भी उनके नियंत्रणाधीन कार्यरत रहना गंभीर खतरे की घंटी से कम नहीं है।मुझे आशंका है कि कार्यस्थल पर ही मेरे साथ कुछ अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में विकास वैभव ने तबादला करने या छुट्टी देने की मांग विभाग से की थी।

मामला सामने आने के बाद होमगार्ड DG शोभा अहोटकर ने IG विकास वैभव के खिलाफ पहले शोकॉज जारी किया और फिर विभागीय कार्यवाही के लिए फाइल बढ़ा दी. विकास वैभव ने DG शोभा अहोटकर से मुक्ति मांगी. सरकार ने बीच का रास्ता निकालते हुए ट्रांसफर का आदेश जारी किया है.

विकास वैभव का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास वैभव को फटकार लगाई थी. राज्य सरकार गृह विभाग ने विकास वैभव को नोटिस जारी कर पूछा था कि उन्होंने जिस तरीके से विभाग की आंतरिक बैठक की फोन रिकॉर्डिंग करने की बात और बैठकों का ब्यौरा भी सार्वजनिक कर दिया, इसको लेकर क्यों न उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए?

बता दें कि शोभा ओहटकर ने पहले ही विकास वैभव को शो कॉज नोटिस जारी किया और सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विकास वैभव ने गलत नीयत से विभाग की बैठकों की फोन रिकॉर्डिंग की. इसमें उन्होंने कहा कि विकास वैभव की कार्यशैली सीनियर पुलिस अधिकारी के अनुरूप नहीं है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए.

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