बरेली। महिला कांस्टेबल को दुल्हन की नजर से देखने वाले RPF इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह मीणा अब मंडप के बजाय जेल जायेंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना में आरपीएफ इंस्पेक्टर के विरुद्ध मानवाधिकार आयोग के आदेश पर इज्जतनगर थाना पुलिस में बुधवार को प्राथमिकी लिखी गई। मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है। आरोपी ने महिला सिपाही को काफी प्रताड़ित कर रखा था। कई बार मारपीट और गाली गलौज भी किया।

यही नहीं फोन करके नौकरी से निकलवाने की धमकी देता था। साथ ही अन्य सहकर्मियों से बातचीत करने से मना करता था। पीड़िता ने मंडल रेल प्रबंधक और आरपीएफ के सीनियर डीसीएम से मामले की शिकायत की थी, जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी को सीनियर कमांडेंट ऋषि पांडेय ने उसको पोस्ट से हटाकर कंट्रोल रूम से अटैच किया है। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। पूरे मामले की जांच विशाखा गाइडलाइन के अनुसार पांच सदस्यीय टीम ने की थी।

बाद में मेजर चार्जशीट भी इंस्पेक्टर के खिलाफ जारी की गई थी। अब इंस्पेक्टर को गोरखपुर मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है। महिला सिपाही ने आरोप लगाया था कि उसके ससुर ने साल 2022 में पारिवारिक परिवाद दर्ज कराया था। जिसकी जांच आरपीएफ निरीक्षक गजेंद्र सिंह मीणा को दी गई, लेकिन जांच के नाम पर इंस्पेक्टर उन्हें अपने चेंबर में बुलाकर अश्लील हरकतें करते और विरोध करने पर गाली-गलौज करते।

मेरा साथ दे, बदनामी से ज्यादा कुछ नहीं होगा…: महिला सिपाही का आरोप है कि इंस्पेक्टर की अश्लील हरकतों से परेशान होकर उन्होंने डयूटी बदलवाकर कार्यालय जाना बंद कर दिया, लेकिन वह उसकी बीट में भी जा धमके। गाली-गलौज करते हुए कहा, तू मेरा साथ दे, ज्यादा कुछ नहीं होगा सिर्फ बदनामी होगी। इंस्पेक्टर ने एक एसआई से बात करने को भी मना करता था। रात में फोन कर तंग किया करता था। महिला सिपाही ने आरोप लगाया कि एक दिन चाय वाला चाय लेकर आया और गजेंद्र मीणा सो रहे थे। उन्होंने इंस्पेक्टर को जगाकर चाय दी तो कहा कि तुम चाय लेकर आई हो, ऐसा लगा जैसे मानो कोई नई नवेली दुल्हन चाय लेकर आई है। मुझे तुझमें अपनी पत्नी नजर आती है।

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