Income Tax Saving: इनकम टैक्स चाहते हैं बचाना, तो अपनाएं ये तरीका, नहीं कटेगी मार्च की सैलरी, रिटर्न भी रहेगा टैक्स फ्री
Income Tax Saving: वित्तीय वर्ष 2023-24 के खत्म होने में अब कुछ ही समय बाकी रह गया है और ज्यादातर टैक्सपेयर्स (Taxpayers) अभी से अपनी फाइनेंसिशल प्लानिंग (Financial Planing) में जुट गए होंगे। टैक्स सेविंग (Tax Saving) के लिए समय से पहले निवेश करना होता है और फिर आयकर विभाग को निवेश से जुड़े दस्तावेज (Investment Proof) प्रूव के तौर पर देना होता है. आप 31 मार्च 2024 तक कुछ स्कीम्स में निवेश करके आईटीआर के दौरान डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं. इसके लिए आप तमाम सरकारी सेविंग स्कीम (Government Saving Scheme) में निवेश कर सकते हैं।
इन स्कीम्स में टैक्स सेविंग के साथ ही रिटर्न (Return) भी शानदार मिलता है. इसके लिए कई ऑप्शंस मौजूद हैं, जिनमें NSC, सुकन्याा समृद्धि योजना, PPF, NPS शामिल हैं. अगर आपने अभी तक टैक्स सेविंग (Tax Saving) को लेकर प्लानिंग नहीं की है और इस बारे में सोच रहे हैं कि अपनी गाढ़ी कमाई बचाने के लिए कैसे और कहां निवेश किया जा सकता है, तो फिर ये खबर आपके लिए ही है। हम आपको टैक्स बचाने के लिहाज से बेहतरीन मौजूदा ऑप्शंस की जानकारी दे रहे हैं, तो बिना समय गंवाएं ये काम पूरा कर जरूर कर लीजिए।
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी पीपीएफ में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 रुपये तक की टैक्स छूट का फायदा मिलता है। इसकी मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है और बाद में इसे 5 -5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। इसमें 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर मिल रही है। मैच्योरिटी पर मिला अमाउंट पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
सुकन्या समृद्धि योजना के मोदी सरकार द्वारा बेटियों के लिए शुरू की गई है। इस योजना पर 8.2 प्रतिशत की ब्याज दी जा रही है। इसमें 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। इस योजना में मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि टैक्स फ्री होती है।
एंप्लाईज प्रॉविडेंट फंड (EPF)
संगठित क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति का ईपीएफ खाता होता है। इसमें 8.25 प्रतिशत का ब्याज कर्मचारियों को दिया जा रहा है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की ओर से योगदान दिया जाता है। ईपीएफ में मिलने वाली पूरी राशि टैक्स फ्री होती है।
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIPs)
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में भी 80C का फायदा मिलता है। लेकिन इसमें शर्त ये होती है कि इंश्योरेंस की राशि वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना होती है। यूलिप में भी मैच्योरिटी पर मिली राशि टैक्स फ्री होती है।