नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने लेनदेन के नियमों में एक बड़ा बदलाव कर दिया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ईमेल ओटीपी ऑथेंटिकेशन सेवा शुरू कर के डिजिटल लेनदेन के सुरक्षा स्तर को एक कदम आगे बढ़ाया है। एसबीआई के ग्राहकों को अब इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किए गए लेनदेन के लिए रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर ओटीपी भेजा जाएगा। इससे उन्हें ईमेल ओटीपी के साथ अपने लेनदेन को सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।

कोई भी इंटरनेट बैंकिंग उपयोगकर्ता इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित लेनदेन गतिविधियों के लिए ईमेल पर ओटीपी जनरेट करने के लिए इस सेवा का उपयोग कर सकता है। इसे सक्रिय करने के लिए यूजर्स को यह स्टेप फॉलो करने होंगे….

एसबीआई के ग्राहक स्टेट बैंक सिक्योर ओटीपी ऐप का उपयोग करके ओटीपी नंबर जनरेट कर सकते हैं। यह बैंक द्वारा ऑनलाइन एसबीआई और योनो लाइट पर उपलब्ध कराया गया है। इस एप्लीकेशन में एसएमएस के माध्यम से ओटीपी जनरेट होगा। इस एप्लीकेशन के माध्यम से ग्राहक अपना ओटीपी जनरेट कर सकता है। यह एंड्रॉयड और आईओएस एप स्टोर में उपलब्ध है।

एसबीआई ने अपनी वेबसाइट पर इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा है जब आप एसबीआई सिक्योर ओटीपी एप्लीकेशन रजिस्टर कर लेते हैं तो सभी लेनदेन जिसके लिए ओटीपी की आवश्यकता होती है, एप ऑनलाइन ओटीपी मोड को चुनने का विकल्प देगी।

आप किसी भी लेनदेन के लिए ओटीपी जनरेट करने के लिए अपने एसबीआई सिक्योर ओटीपी का उपयोग कर सकते हैं। बैंक ने कहा कि जो ग्राहक लाइट एसबीआई के पुराने संस्करण का उपयोग कर रहे हैं, वह एप्लीकेशन मार्केट प्लेस पर जाकर इसे अपडेट कर ले।

देशभर में बढ़ते फिशिंग हमलों के खिलाफ भी एसबीआई ने अपने ग्राहकों को चेताया है। एसबीआई ने कहा कि स्टेट बैंक किया उसका कोई प्रतिनिधि कभी भी ईमेल या एसएमएस नहीं भेजता है या ग्राहकों को व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड आदि के लिए फोन नहीं करता। बैंक ने कहा कि एक ईमेल एसएमएस या फोन कॉल से आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। ऐसे ईमेल, मैसेज या फोन कॉल का कभी जवाब ना दें। यदि आपको ऐसा कोई ईमेल एसएमएस फोन कॉल प्राप्त होता है तो कृपया तुरंत रिपोर्ट [email protected] पर रिपोर्ट करें।

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