पटना: IAS हरजोत कौर के विवादित बयान मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया है। Bihar Investors Meet 2022 में कार्यक्रम के समापन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि इसके बारे में जानकारी मिली है। कार्यक्रम में शामिल लोगों को बुरा लगा है। हमने तत्काल देखने के लिए कहा है। पूरे मामले में हम एक-एक चीज को देख रहे हैं। हम भी कार्यक्रम में जाते रहे हैं। यदि कुछ भी मामला हुआ तो एक्शन लेंगे, चिंता मत कीजिए। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के लिए काम करती रहती है। कई योजनाएं चलायी जा रही है।
आइएएस अधिकारी ने मांगी माफी
एनसीडब्ल्यू के स्पष्टीकरण मांगने व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मामले का संज्ञान लेने के बाद अब आइएएस अधिकारी ने पत्र जारी कर माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी बातों से किसी लड़की की भावना आहत हुई है तो वे माफी मांगती हैं।
मंत्री बोले: रखना चाहिए था संयम
इस बीच बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने किस परिस्थिति में ऐसा बयान बयान दिया, यह तो वे ही बता सकती हैं। हां, उन्हें संयम बरतना चाहिए था। उन्हें बच्चों को सरकार की योजनाओं की जानकारी देनी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी से सम्मानजनक भाषा की उम्मीद सभी करेंगे।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला समाज कल्याण विभाग के एक कार्यक्रम का है। उसमें हरजोत कौर छात्राओं को लैंगिक असमानता मिटाने की चल रहीं योजनाओं की जानकारी दे रही थीं। छात्राओं के यह कहने पर कि उन्हें सेनिटरी नैपकिन नहीं मिल रहा है, उन्होंने कहा खुद को इतना सक्षम बनाओ कि किसी से मांगने की जरूरत नहीं पड़े। मांगों का कोई अंत नहीं है। हर चीज सरकार ही देगी क्या? वे इतने पर ही नहीं रुकीं। कहा- कल जींस पैंट और परसों जूते मांगोगी। आज 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड की मांग है, कल परिवार नियोजन की बात आने पर क्या निरोध (कंडोम) भी देना होगा? एक छात्रा के यह कहने पर कि सरकार को इसलिए पैसे देने चाहिए क्योंकि वह वोट मांगने आती है, वे बोलीं कि मत दो वोट, चली जाओ पाकिस्तान। एक छात्रा के स्कूल में शौचालय टूटा होने के कारण उसमें लड़कों के घुसने की बात कहने पर उन्होंने पूछा- तुम्हारे घर में अलग से शौचालय है?