रांची। प्रेम प्रकाश की सेंटिंग का खुलासा होने के बाद बीजेपी के निशाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया के जरिये प्रेम प्रकाश और हेमंत सोरने पर बड़ा हमला बोला है। दरअसल ईडी ने प्रेम प्रकाश की जमानत याचिका के खिलाफ दायर हलफनामे में कई खुलासे हुए हैं। ईडी ने झारखंड के सत्ता के शीर्ष से लेकर राज्य के नौकरशाह तक में प्रेम प्रकाश के प्रभाव का जिक्र हलफनामें में किया है। हलफनामें में दानिश रिजवान नाम के गवाह का जिक्र करते हुए बताया है कि मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू लगातार प्रेम प्रकाश के संपर्क में थे।

इस मामले में अब बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया में तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बेईमान अफ़सरों/सत्ताधारियों के बीच पीपी के नाम से मशहूर दलाल प्रेम प्रकाश जेल में बंद ज़रूर है। लेकिन जेल से उसके हैरान करने वाले एक से बढ़कर एक कारनामों की खबरें देखकर हैरानी होती है और इस राज्य के नालायक एवं अयोग्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर दया आती है ।

एक दलाल कुछ बेईमान अफ़सरों को बंदरों की तरह अंगुली के इशारे पर नचाता है। सत्ता इसके निर्देश पर कान पकड़ कर उठक-बैठक करती है। सिर्फ़ इस आदमी ने अपने हैरतअंगेज़ कारनामे से पूरे झारखंड की शासन व्यवस्था को तहस-नहस करके रख दिया है। लेकिन धृतराष्ट्र बने इस तानाशाह मुख्यमंत्री को कुछ दिख ही नहीं रहा है। पता नहीं हेमंत सोरेन की आँख कभी खुलेगी भी या ये अपने साथ और कितने का बेड़ा गर्क करा के ही मानेंगे?

आपको बता दें कि हलफनामे में यह बताया गया है कि साल 2023 के जनवरी-फरवरी महीने में प्रेम प्रकाश ने 10 लाख का पेमेंट ईडी के गवाह विजय हांसदा को कराया था। पैसे मिलने के बाद ही विजय हांसदा ने अपना बयान बदल लिया था। इस मामले में विजय हांसदा ने ईडी के अफसरों पर केस भी कराया था। सुप्रीम कोर्ट को ईडी ने बताया है कि विजय हांसदा के केस को मैनेज करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने ही दिल्ली के लिए टिकट तक का इंतजाम किया था।

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