रांची। बांग्लादेश के रास्ते झाऱखंड और छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर गोल्ड स्मगलिंग हो रही है। ED ने ने इसी महीने की 5, 6 और 7 अगस्त को झारखंड और छत्तीसगढ़ के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, इस दौरान करोड़ों के ज्वेलरी के अलावे 1.41 कैश भी बरामद किये। थे। ED ने इस मामले में ट्वीट के जरिये जानकारी दी है। फॉरेन ओरिजन गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट अवैध रूप से संचालित होने की शिकायत मिलने के बाद ईडी ने झारखंड और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव समेत 22 ठिकानों पर बीते पांच और छह अगस्त को छापेमारी की थी। ईडी ने पीएमएलए और फेमा एक्ट के तहत ये कार्रवाई शुरू की थी. ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि ये ग्रुप म्यांमार, बांग्लादेश भूटान होते हुए कोलकता के रास्ते स्मगलिंग कर गोल्ड मंगाता था। ED ने बताया है कि छापेमारी में 16.655 किलो सोना और 671.77 किलो चांदी के साथ 1.41 करोड़ कैश मिले हैं।

ईडी कारवाई के बाद की सूचना

ईडी ने बुधवार को कहा कि इन अवैध गतिविधियों की जांच के लिए धनशोधन का मामला दर्ज किया है। पांच अगस्त से तीन दिन तक छापेमारी की और छत्तीसगढ़ में 21 परिसरों और झारखंड में एक स्थान पर छापेमारी की गई। इसने एक बयान में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया था ताकि ‘‘बांग्लादेश से रायपुर (छत्तीसगढ़ की राजधानी) तक विदेशी वस्तुओं और अन्य कीमती धातुओं की तस्करी’’ की जांच की जा सके।

एजेंसी ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लिया।ईडी ने कहा, ‘‘सोने और कीमती रत्नों की तस्करी करते हुए एक व्यक्ति को डीआरआई ने पकड़ा था।’’ उसने कहा, ‘‘डीआरआई ने उसके कब्जे से सोना बरामद किया था जिसे बांग्लादेश से भारत लाया गया था और विजय कुमार वैद्य उर्फ विक्की और अन्य द्वारा कोलकाता के जरिये रायपुर ले जाया गया था।’’ईडी ने कहा, ‘‘हाल के दिनों में अपराधियों के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा ऐसे कई मामले दर्ज किए गए हैं।’’

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