Holi 2024: देशभर में इन दिनों रंगो के त्योहार होली की धूम मची हुई है। लोग इस त्योहार को सेलिब्रेट करने के लिए जमकर तैयारियां कर रहे हैं। होली हिंदू धर्म का एक अहम पर्व है, जिससे हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल 8 मार्च को इस पर्व को सेलिब्रेट किया जाएगा। ऐसे में हर कोई इस त्योहार के जश्न की तैयारियों में व्यस्त हैं। लेकिन अक्सर त्योहारों के बीच लोग अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। आज हम आपको बतायेंगे होली के रंग से आपको क्या-क्या परेशानी हो सकती है।

होली के रंगो से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं – Health Side Effects of Holi Colours in Hindi

  1. स्किन से जुड़ी समस्याएं
    होली के सिंथेटिक रंगों में मौजूद केमिकल स्किन पर जलन और रेडनेस की समस्या का कारण बन सकते हैं, जिससे चेहरे पर चकत्ते या खुजली हो सकती हैं। कुछ लोगों को रंगों में मौजूद सामग्री से एलर्जी हो सकती है, जिससे रेडनेस, सूजन या पित्ती जैसे लक्षण हो सकते हैं।
  2. आंखों से जुड़ी समस्याएं
    होली के कुछ रंगों में सिलिका और सीसा होते हैं। रंगों में मौजूद इस तरह के केमिकल आंखों के लिए हानिकारक होते हैं, जिससे आंखों के डैमेज होने तक का खतरा बढ़ सकता है। इस तरह के रंग आपकी आंखों की पुतलियों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इतना ही नहीं कई बार होली खेलते समय आंखों में ज्यादा रंग जाने के कारण ग्लूकोमा और ड्राई आई की परेशानी भी हो सकती है।
  3. सांस से जुड़ी समस्याएं
    होली के रंगों में सिलिका, सीसा, कांच और पारा जैसे केमिकल होते हैं, जो फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं और सांस से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिससे आपको खांसी और सांस लेने की परेशानी हो सकती है।
  4. अस्थमा का दौरा आने का खतरा
    अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को होली में रंगों से खेलने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। अनुसार होली के रंगों के कारण अस्थमा के मरीजों को अस्थमा का दौरा आ सकता है।
  5. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
    होली खेलते समय ज्यादा मात्रा में मुंह में होली के रंग जाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द और पेट का इंफेक्शन होने का जोखिम भी बढ़ सकता है।

होली के त्योहार में ऐसे रखें अपने खाने-पीने का ख्याल
• अगर होली के जोश में आपने भी भर-भर कर गुजिया और मालपुआ खा लिए हैं, तो इसका गिल्ट ना करें। बस इस बात का ध्यान रखें कि आप त्योहार में भले ही कितना व्यस्त क्यों ना हों, त्योहार के बीच अपने वर्कआउट का शेड्यूल ना बिगड़ने दें। कोशिश करें कि त्योहार की भागदौड़ के बीच भी आप वर्कआउट के लिए 20 मिनट का समय जरूर निकालें।
• होली का त्योहार अक्सर मार्च में सेलिब्रेट किया जाता है। इस महीने में मौसम बदलने की वजह से इसका हमारी सेहत पर काफी असर पड़ता है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आप त्योहार के इस मौसम में खुद को अच्छे से हाइड्रेट रखें। इसलिए कोशिश करें कि आप ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करते रहें। साथ ही नारियल पानी भी आपके लिए फायदेमंद होगा।
• त्योहारों का मौसम हो और खाने की बात ना हो, तो त्योहार अधूरे से लगते हैं। लेकिन अगर आप अपनी सेहत को लेकर फिक्र मंद है, तो कोशिश करें कि इस त्योहार बाहर से मिठाई या स्नैक्स खरीदने की जगह, घर पर ही हेल्दी और स्वादिष्ट पकवान बनाएं।
• कोशिश करें कि त्योहार के दौरान आप हैवी खाना कम खाएं। वहीं, अगर ज्यादा हैवी खा लिया है, तो इसकी भरपाई करने के लिए वेजिटेबल सूप, फ्रूट सैलेड या सिर्फ दाल खा सकते हैं। साथ ही दही या छाछ के सेवन से आप अपने पाचन को भी दुरुस्त रख सकते हैं।
• होली के दिन लोग अक्सर रंगों और गुलाल से इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन जश्न मनाते समय कई लोग रंगों वाले हाथों से ही खाना खा लेते हैं। इसकी वजह से कई बार फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में ध्यान रखें कि त्योहार के दिन कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

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